चंदा कोचर जीवनी - Biography of Chanda Kochhar in Hindi Jivani Published By : Jivani.org चंदा कोचर का जन्म राजस्थान के जोधपुर में हुआ और राजस्थान के जयपुर में वह बड़ी हुई. उन्होंने जयपुर के सेंट एंजेला सोफिया स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण की. बाद में वे मुंबई गयी जहा उन्होंने जय हिन्द कॉलेज से बैचलर ऑफ़ आर्ट्स की डिग्री प्राप्त की. 1982 में ग्रेजुएशन होने के बाद वह ICWAI में कॉस्ट एकाउंटिंग का अध्ययन करने लगी. बाद में, उन्होंने मुंबई के बजाज इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट स्टडी से मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री प्राप्त की. मैनेजमेंट स्टडीज में उत्कृष्टता के लिये उन्हें जे.एन बोस स्वर्ण पदक से सम्मानित भी किया गया. इसके साथ ही उन्हें कॉस्ट अकाउंट में भी सर्वाधिक गुण मिले थे. कोचर मुंबई में रहती है, और उन्होंने दीपक कोचर से विवाह किया था, जो विंड एनर्जी के उद्योजक है और उनके बिज़नस स्कूल मेट्स है. उन्हें दो बच्चे है एक लड़का अर्जुन और एक बेटी आरती. एक महिला होते हुए भी चंदा कोचर ने कभी हार नही मानी और हमेशा अपनी लगन और चाह की बदौलत आगे बढती रही. आज एक महिला देश की सर्वश्रेष्ट बैंक की सीईओ है और सफल रूप से वह आईसीआईसीआई बैंक का संचालन कर रही है. उन्हें देखकर हम गर्व से कह सकते है की भारत की महिलाये किसी भी क्षेत्र में पुरुषो से पीछे नही. उन्होंने दुनिया को दिखा ही दिया की किसी काम को करने की यदि ठान ले और आपको उस काम को करने से कोई नही रोक सकता. बेटी आरती रिलायंस में करती हैं काम चंदा कोचर की बेटी आरती कोचर रिलायंस इंडस्ट्रीज में काम करती हैं। उन्होंने अमेरिका से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। हाल ही में उनकी सगाई मुंबई में आदित्य काजी से हुई। गौरतलब है कि आदित्य का परिवार उद्योगपति अंबानी परिवार का करीबी है। मुकेश अंबानी के चेयरमैन स्टाफ में आदित्य एक मुख्य अधिकारी के रूप में पदस्थ हैं। बेटे अर्जुन को है स्पोर्ट्स का क्रेज चंदा के बेटे अर्जुन को स्पोर्ट्स से बेहद लगाव है। वे स्कूल के कई स्पोर्ट्स इवेंट्स में हिस्सा लेते हैं। चंदा कहती हैं कि वह काम में व्यस्त होने के बावजूद अर्जुन के स्पोर्ट्स इवेंट्स देखने जाती हैं। कैरियर 1984-1993 1984 में, चंदा कोचर ने "इंडस्ट्रीयल क्रेडिट ऐंड निवेश कार्पोरेशन आफ़ इंडिया" में बतौर परास्नातक प्रबंधन प्रशिक्षु के रूप में भाग लिया।. आईसीआईसीआई में अपने प्रारंभिक वर्षों में, चंदा को वस्त्र, कागज और सीमेंट जैसे विभिन्न उद्योगों में परियोजनाओं का काम सोंपा गया 1993-2006 1993 में, कोचर एक कोर टीम के हिस्से के रूप में आईसीआईसीआई बैंक को भेजा गया था करने के लिए बैंक की स्थापना की। वह 1994 में सहायक महाप्रबंधक को पदोन्नत किया गया था और 1996 में उप महाप्रबंधक के लिए तो. 1996 में, कोचर अध्यक्षता में नवगठित आईसीआईसीआई, जो "के उद्देश्य के लिए विद्युत के क्षेत्र में उद्योग विशेषज्ञता समर्पित बनाने के लिए बुनियादी ढांचा उद्योग समूह, दूरसंचार और परिवहन". 1998 में, वह महाप्रबंधक के रूप में पदोन्नत किया गया था और आईसीआईसीआई "प्रमुख ग्राहक" समूह का नेतृत्व है, जो आईसीआईसीआई शीर्ष 200 ग्राहकों के साथ संबंधों को संभाला. 1999 में, वह भी रणनीति और आईसीआईसीआई के ई वाणिज्य विभाग संभाला. है कोचर के नेतृत्व में, आईसीआईसीआई बैंक जुलाई 2000 में खुदरा व्यापार शुरू किया और भारत में सबसे बड़ा खुदरा वित्तदाता उभरा अगले पांच वर्षों में. 2006-अब तक अप्रैल 2006 में, चंदा कोचर आईसीआईसीआई बैंक की उप प्रबंध निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया। वह कॉर्पोरेट और आईसीआईसीआई बैंक के रिटेल बैंकिंग व्यवसाय में कामयाब रहे। अक्टूबर 2006 से अक्टूबर 2007 तक, वह अंतरराष्ट्रीय और आईसीआईसीआई बैंक के कॉर्पोरेट कारोबार संभाला. अक्टूबर 2007 से अप्रैल 2009 के लिए, कोचर भी बैंक के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ), संयुक्त प्रबंध (जमैकन डॉलर) के निदेशक और सरकारी प्रवक्ता. वह भी आईसीआईसीआई बैंक के कॉर्पोरेट सेंटर नेतृत्व वह भी अलग आईसीआईसीआई समूह की कंपनियों के एक निदेशक है।. वह आईसीआईसीआई बैंक यूरेशिया सीमित देयता कंपनी और आईसीआईसीआई निवेश प्रबंधन महिलाओं के लिए अवसरों को बढाया विल्सन केंद्र के बोर्ड ऑफ ट्रस्टी के अध्यक्ष थॉमस नैड्स ने कहा, ‘चंदा कोचर आईसीआईसीआई बैंक की रिटेल फ्रेंचाइजी को मजबूत करने, भारत में तकनीकी नवाचार में सुधार और महिलाओं के लिए अवसरों को बढ़ाने में मदद करने के लिए जानी जाती हैं। सम्मान · चंदा कोचर को 2014 में फॉर्च्यून मैगजीन ने एशिया की 25 सबसे ताकतवर महिलाओं की सूची में दूसरा स्थान दिया गया था। · बैंकिंग के क्षेत्र में अपने योगदान के कारण चंदा को कई अवॉर्डों से नवाजा गया जिसमें भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला तीसरा सबसे बड़ा पुरस्कार पद्म विभूषण शामिल है। इसके साथ ही वे उन दो महिलाओं में एक हैं जो कि इंडियन डॉमेस्टिक बैंक की हेड हैं। · चंदा कोचर को वॉशिंगटन में वुडरो विल्सन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार आईसीआईसीआई समूह द्वारा स्थानीय समुदायों में लोगों के जीवन को सुधारने और बड़े पैमाने पर दुनियाभर में सुधार के लिए कोचर को दिया गया है। · इन्हें 2011 में ग्लोबल लीडरशिप अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया था। चंदा कोचर के विचार · मेरे माता-पिता का मानना था हम अपने बच्चों को जो सबसे बेहतरीन धन दे सकते हैं वह है शिक्षा -और इसी ने हमें नींव दी। · ऐसे बहुत से मौके आये जब मैं अपने पति और बच्चों के साथ नहीं थी पर सबसे बड़ी बात इसने हमें काम करना सिखाया। · ज़ाहिर है कि एक संस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए ये Leader का कार्य है कि वह स्पॉन्ज(सोखने वाला) की तरह अंदर व बाहर दोनों जगह से तनाव सोखे। · मैंने एक माँ और वर्किंग वाइफ दोनों को चुना है और दोनों मे समझौता क्यों करूं? ( 15 ) 15 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 2