मैरी एरहार्ट जीवनी - Biography of Amelia Mary Earhart in Hindi Jivani Published By : Jivani.org अमीलिया मैरी एरहार्ट प्रसिद्ध अमेरिकी विमानचालक व लेखिका थीं। वह पहली महिला थीं जिन्हें सयुंक्त राज्य सशस्त्र सेना के डिस्टिंग्विश्ड फ्लाइंग क्रॉस से सम्मानित किया गया था, यह पदक अमीलिया को अटलांटिक महासागर अकेले पार करने के लिए दिया गया था। इन्होंने अन्य कई रिकॉर्ड भी बनाएँ थे, अपने उड़ान अनुभवों का वर्णन करने वाली सर्वश्रेष्ठ बिक्री वाली किताबें लिखीं और महिला पायलटों के संगठन नाइंटी-नाइन की स्थापना में अहम भूमिका निभाई। 1935 में अमीलिया ने इंडियाना राज्य के पर्ड्यू विश्वविद्यालय के उड्डयन विभाग में अस्थायी शिक्षक बन कर महिला विद्यार्थियों को कैरियर के प्रति आधिवक्ता देने व विमानन के अपने प्रेम के द्वारा प्रेरणा देने का कार्य किया। वे नेशनल वुमेंस पार्टी की सदस्य थीं। 1937 में अपने पृथवी के परिनौसंचालन उड़ान के प्रयास के दौरान अमीलिया मध्य-प्रशान्त महासागर के ऊपर हॉवलैंड द्वीप के समीप विमान समेत गायब हो गईं। इनके बारे में अबतक कोई ख़बर नहीं है। इनका जीवन, कैरियर और इनका ग़ायब हो जाना अबतक आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। 24 जुलाई 1897 को अचिंसन ,कनसास में जन्मी अमिलिया एरहार्ट Amelia Earhart के पिता पेशे से वकील थे | उनका बचपन अचिंसन ,कनसास सिटी , डेस मोइन्स , लोवा जैसे शहरों में बीता | पढाई के बाद उन्होंने रेड क्रॉस फर्स्ट ऐड कोर्स किया और उन्हें बतौर नर्स प्रथम विश्व युद्ध के सिपाहियों के उपचार के लिए टोरंटो ,कनाडा के स्पेदिना मिलिट्री हॉस्पिटल में भेज दिया गया | वर्ष 1919 में अमिलिया एरहार्ट Amelia Earhart ने न्यूयॉर्क की कोलम्बिया यूनिवर्सिटी में डॉक्टरी की पढाई आरम्भ की , लेकिन जल्द ही उनके माता पिता ने उन्हें कैलिफ़ोर्निया बुलवा लिया | वे डॉक्टरी छोडकर वहा आ गयी | यहा उड़ान में उनकी दिलचस्पी बढी और वे छोटे मोटे काम करके अपनी उडान की फीस भरने लगी | सन 1922 में अपनी बहन मुरेइल और माँ एमी ओटिस एरहार्ट की मदद से उन्होंने अपना पहला हवाई जहाज “किनर एरेस्टर ” खरीदा | इसी बीच उनके माता पिता का तलाक हो गया और वे बोस्टन मैसच्यूसेट्स जाकर रहने लगी | मैसच्यूसेट्स में उनकी मुलाकात प्रकाशक जोर्ज पालमेर पुतनाम से हुयी , जिनसे बाद में उनकी शादी हुयी | पालनेर ने अटलान्टिक पार की उड़ान के लिए पहली महिला यात्री के रूप में उनका चुनाव किया | वे अमिलिया एरहार्ट के उड़ान अनुभव से वाकिफ थे क्योंकि उनके प्रकाशन से अमिलिया एरहार्ट के उड़ान के अनुभवो पर छपी किताब ने बिक्री के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे | पायलट विल्मेर स्टूलज और मैकेनिक लाऊ गार्डन के साथ तीन मोटरवाले “फ्रेंडशिप ” विमान से अमिलिया एरहार्ट ने न्यूफाउंड लैंड से वेल्स की उडान भरी | इसके बाद अमिलिया एरहार्ट के साहस और हिम्मत का पुरी दुनिया में डंका बजने लगा | यात्रा समाप्ति के बाद अमिलिया एरहार्ट ने “20 Hours 40 Minutes” नामक किताब लिखी | पायलट बनने का सपना एमिलिया का पूरा नाम एमिलिया मैरी इयरहार्ट था. ये नाम उनकी दादी और नानी का नाम मिला कर बना था. बचपन उनका वैसा ही था जैसा हमारा आपका होता है, कुछ अलग करने की चाहत, बिना ये जाने, कि क्या करना है. लेकिन एक बात थी, एमिलिया का दिल उन्हीं कामों में लगता, जो मर्दों के समझे जाते – फिल्म डायरेक्शन, लॉ, मैनेजमेंट, मेकैनिकर इंजीनियरिंग, वगैरह. पढ़ाई के लिए साइंस चुना. अब तक इस लिस्ट में पायलट बनना नहीं था. फिर 1917 की क्रिसमस की छुट्टियों में एमिलिया अपनी बहन के पास टोरंटो (कैनडा) गईं. पहला विश्व युद्ध चल रहा था. मोर्चे पर ज़ख्मी हुए फौजी लौट कर अपना इलाज करवा रहे थे. एमिलिया इनकी मदद करने के लिए रेड क्रॉस से ट्रेनिंग लेकर नर्स बन गईं. यहीं रहते हुए उन्होंने पहली बार करीब से एक प्लेन उड़ता हुआ देखा. लेकिन वो लौट गईं. लौट कर मेडिकल स्टडीज़ की पढ़ाई करने लगीं कोलंबिया यूनिवर्सिटी से. लेकिन किस्मत को मंज़ूर नहीं था कि एमिलिया ज़मीन पर रहें. एमिलिया के मां-बाप जो पिछले कुछ दिनों से अलग थे, साथ आए और कैलिफोर्निया में बस गए. एमिलिया ने अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दी और तय किया कि अब मां-बाप के साथ कुछ दिन चैन से रहेंगी. यहीं 28 दिसंबर 1920 को पहली बार एमिलिया 10 डॉलर का एक टिकट खरीद कर 10 मिनट के लिए प्लेन में बैठीं. शौकिया. पक्के तौर पर नहीं कह सकता, लेकिन जिस थ्रिल की बात हमने इस लेख की शुरुआत में की, शायद उसी ने एमिलिया को एक पायलट बनने का सपना दिखा दिया. जॉर्ज पुटनम से विवाह ईयरहार्ट बोस्टन से एक रासायनिक इंजीनियर सैमुएल फेपमैन से जुड़ा था; उसने 23 नवंबर, 1 9 28 को सगाई को तोड़ दिया। इसी अवधि के दौरान, ईयरहार्ट और प्रकाशक जॉर्ज पी। पुतनाम ने बहुत समय तक एक साथ बिताया था। पुट्टम, जिसे जीपी के रूप में जाना जाता था, 1 9 2 9 में तलाक हो गया और उसने इअरहार्ट की मांग की, उससे अंततः उससे शादी करने के लिए सहमति देने के छह गुना का प्रस्ताव दिया। उसके भाग में काफी झिझक के बाद, उन्होंने 7 फरवरी, 1 9 31 को पुन्टनम की मां के घर में ननक, कनेक्टिकट में शादी की। ईयरहार्ट ने "दोहरे नियंत्रण" के साथ "साझेदारी" के रूप में अपनी शादी का उल्लेख किया। पुन्टनम को लिखे गए एक पत्र में और शादी के दिन उसे हाथ सौंप दिया गया था, उसने लिखा, "मैं चाहता हूं कि आप समझ जाए कि मैं आपको किसी भी मिथ्यावृत्ति को सच्चाई के लिए पकड़ नहीं दूँगा और न ही मैं आपसे भी बाध्य हूं। " शादी के बारे में ईयरहार्ट के विचारों को उदारवादी कहा गया था, क्योंकि वह दोनों भाइयों के लिए समान जिम्मेदारियों में विश्वास करते थे और "श्रीमती पुतनाम" के रूप में संदर्भित होने के बजाय स्पष्ट रूप से उनका अपना नाम रखा था। जब द न्यू यॉर्क टाइम्स, अपनी स्टाइलबुक के नियमों के अनुसार, श्रीमती पुटनम के रूप में उनका उल्लेख करने पर जोर दिया, उसने इसे हंस दिया। पुतनाम ने यह भी सीखा कि उन्हें "मिस्टर इयरहार्ट" कहा जाएगा। नौटंकी के लिए कोई हनीमून नहीं था क्योंकि ईयरहार्ट नौ दिन के क्रॉस-कंट्री टूर में शामिल था जिसमें ऑटोोग्योरोस और दौरे के प्रायोजक, बीके-नट च्यूइंग गम का प्रचार किया गया था। ( 6 ) 0 Votes have rated this Naukri. 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