परेश रावल जीवनी - Biography of Paresh Rawal in Hindi Jivani Published By : Jivani.org परेश रावल को आपने हिंदी सिनेमा में कई तरह के रोल में देखा होगा कभी हीरो कभी विलेन की भूमिका में और कभी कॉमेडी फिल्मों में. परेश गुजरात से हैं भारत सरकार ने इन्हें पद्दम भूषण से भी नवाजा हैं. परेश रावल को भारतीय सिनेमा में हास्य अभिनेता के तौर पर फिल्मफेयर अवार्ड मिल चुका हैं. परेश रावल (जन्म: 30 मई, 1950) हिन्दी फ़िल्मों के एक अभिनेता हैं। 2014 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया। यह 1994 में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार सहायक किरदार के लिए से सम्मानित हुए। इसके बाद इन्हें सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिल चुका है। यह केतन मेहता की फिल्म सरदार में स्वतंत्रता सेनानी वलभभाई पटेल की मुख्य किरदार में नजर आए थे परेश रावल के परिवार के बारे में ज्यादा जानकारी सार्वजनिक नही हैं| फिर भी कुछ परेश रावल विकिपीडिया और अन्य स्त्रोत से हमने उनके परिवार से जुडी कुछ जानकारी अपने पाठको के लिए एकत्रित की हैं| परेश रावल के पिता का नाम डहयालल रावल बताया जाता हैं| परेश रावल की पत्नी का नाम स्वारूप सैमपाट जो बॉलीवुड अभिनेत्री रह चुकी हैं| साथ ही आपको बता दे सैम्पाट मिस india का खिताब भी जीत चुकी हैं| रावल की family में इनके दो बेटे भी हैं जिनके नाम क्रमश आदित्य रावल और अनिरुद्ध परिवार से जुडी कोई नवीनतम जानकारी प्राप्त होगी| हम इस लेख को सम्पादित कर आप तक पहुचाने की कोशिश करेगे| आगे जानते हैं परेश रावल की आयु , फिल्म करियर, उनकी आने वाली फिल्मे और पत्नी स्वारूप सैमपाट के बारे में विस्तार से | परेश रावल के परिवार के बारे में ज्यादा जानकारी सार्वजनिक नही हैं| रावल बताये जाते हैं| जैसे ही परेश रावल के फिर भी कुछ परेश रावल विकिपीडिया और अन्य स्त्रोत से हमने उनके परिवार से जुडी कुछ जानकारी अपने पाठको के लिए एकत्रित की हैं| परेश रावल के पिता का नाम डहयालल रावल बताया जाता हैं| परेश रावल की पत्नी का नाम स्वारूप सैमपाट जो बॉलीवुड अभिनेत्री रह चुकी हैं| साथ ही आपको बता दे सैम्पाट मिस india का खिताब भी जीत चुकी हैं| रावल की family में इनके दो बेटे भी हैं जिनके नाम क्रमश आदित्य रावल और अनिरुद्ध रावल बताये जाते हैं| जैसे ही परेश रावल के परिवार से जुडी कोई नवीनतम जानकारी प्राप्त होगी| हम इस लेख को सम्पादित कर आप तक पहुचाने की कोशिश करेगे| आगे जानते हैं परेश रावल की आयु , फिल्म करियर, उनकी आने वाली फिल्मे और पत्नी स्वारूप सैमपाट के बारे में विस्तार से | अभिनय रावल ने अभिनय की शुरूआत 1984 में की थी। तब यह होली नामक फिल्म में एक सहायक किरदार निभाया था। इसके बाद 1986 में नाम नामक फिल्म से उनके अभिनय का गुण लोगों को पता चला। इसके बाद वह 1980 से 1990 के मध्य 100 से अधिक फिल्मों में खलनायक की भूमिका में नजर आए। इसमें कब्जा, किंग अंकल, राम लखन, दौड़, बाज़ी और कई फिल्मों में कार्य किया। यह एक हास्य फिल्म अंदाज़ अपना अपना में पहली बार दो किरदार में नजर आए। इसके बाद वर्ष 2000 में एक हिन्दी फिल्म "हेरा फेरी" में अपने अभिनय और किरदार के कारण वह इसके बाद कई फिल्मों में मुख्य किरदार भी निभा चूकें हैं। हेरा फेरी फिल्म में राजू (अक्षय कुमार) और श्याम (सुनील शेट्टी) उसके घर किराए पर रहते हैं। जबकि रावल उसमें मकान मालिक का किरदार निभाते हैं। इस किरदार को हेरा फेरी के सफलता का श्रेय दिया गया है। इसमें उनके कार्य के लिए वह फिल्मफेयर पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ हास्यकार) भी जीत चूकें हैं। उनका बाबुराव का किरदार उसके दूसरे भाग फिर हेरा फेरी (2006) में भी देखने को मिला, यह फिल्म भी सफल रही। जब वे NM इंटर कॉलेज में आए तो वहां भी परेश रावल ने बहुत सारी प्रतियोगिताओ में भाग लिया और बहुत सी प्रतियोगिताओ में जीते भी परेश रावल कहते हैं की उनके NM कॉलेज के प्रिन्सिपिल U.R कोहली को भी धन्यवाद् देता हूँ जिन्होंने मुझे सपोर्ट किया क्योंकि उन्होंने कहा था की यदि तुमको रेअर्शल के लिए जाना है तो जाओ । लेकिन तब तक इस बात का अंदाज़ा कोई नहीं लगा सकता था की परेश रावल आगे चलकर कितने बड़े सितारे बनेगे । सन 19713 में उन्होने पैसे कमाने और अपने अभिनय को निखारने के लिए इंडियन नेशनल थिएटर को जॉइन किया और वे अपना काम करते जा रहे थे। फिर मिली पहली फिल्म । Bollywood Debut गुजराती प्ले हिट होते ही पूरी फिल्म नगरी में उनका चर्चा होने लगा, इसी समय “मांझी: द माउंटेन मेन” फिल्म के डाइरेक्टर केतन मेहता, जो खुद गुजरात से है और परेश रावल के थिएटर अवतार से काफी प्रभावित थे, आमिर खान, ओम पूरी और नसीरुद्दीन शाह के साथ होली फिल्म बना रहे थे। उस वक्त उन्हें सपोर्टिंग रोल के लिए एक एक्टर की जरूरत थी, तो वे बिना समय बिताए, इस रोल के लिए परेश को कास्ट कर लिया। आखिरकार Paresh Rawal की उम्दा थिएटर स्किल ने उन्हें 1984 में अपनी मंजिल दिला ही दी। फिल्म ठीक ठाक रही। पर उन्हें असली सफलता 1986 में बनी सुपरहिट फिल्म नाम से मिली, जिसने उनकी एक टेलेंटिड एक्टर के रूप में पहचान बना दी। इस बड़ी सफलता ने 1980-90 के दौरान Paresh Rawal के लिए एक नहीं, दो नहीं, तीन नहीं, बल्कि 100 फिल्मों की जबर्दस्त लाइन लगा दी। Oh My God 100 फिल्में….. कैसे मैनेज किए होंगे ? इन फिल्मों में उन्होंने सभी तरह की रोल्स किया। पर कब्जा, किंग अंकल राम लखन, दौड़, बाजी में विलेन और अंदाज अपना अपना में कॉमेडी का रोल सबसे ज्यादा प्रभावी रहा। राजनीति परेश रावल राजनीति के मैदान में भी हाथ आजमाया उन्होंने अहमदाबाद, गुजरात से चुनाव लड़ा और विजय हुए. अभी वर्तमान में यही से सांसद हैं. परेश रावल भारतीय जनता पार्टी के अच्छे राजनेता बन गए हैं. ( 2 ) 2 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 3