दोराईराजन बालसुब्रमण्याम की जीवनी - Biography of Dorairajan Balasubramaniam in hindi jivani Published By : Jivani.org नाम : दोराईराजन बालसुब्रमण्याम जनम तिथी : 28 अगस्ता 1939 ठिकाण : तामिलनाडू, भारत व्यावसाय : बायोफिजिकल केमिस्टा प्रारंभिक जीवनी : दोराईराजन बालसुब्रमण्याम का जनम 28 अगस्ता 1939 केा दक्षिण भारतीय राजया तामिलनाडू मे हुआ था | उन्हेांने 1955 मे मद्रास विश्वाविदयालय से रसायन विज्ञान बीएससी मे स्त्रताक किया और 1959 मे राजस्थान विश्वाविदयालय पिलानी से रसायन विज्ञान मे प्रथम श्रेणी के साथ अपनी मास्टार डिग्री एम एससी हासिल कि थी | वह 1960 मे अपने डॉकटरल अध्यायन के लिए शोध करने के लिए संयूक्त रायजा अमेरीका चले गए थे | और 1965 मे कोलंबिया विश्वाविदयालय से बायोफिजिकल केमिस्ट्री मे पीएचडी प्राप्ता कि थी | उन्हेांने संयूक्ता राजया अमेरीका मे 1966 तक यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा मेडिकल स्कूल मे जैन कॉफिन चिल्ड फंड फेलो के रुप मे अपने पोस्ट डॉक्टरल शोध के लिए जारी रखा था | बालसुब्रमण्याम कि शादी शक्ति से हुई है | जो एक निर्माता के रुप मे ई टी वी से जुडे है | और उनकी दो बेटियां है | बउी बेटी कत्यायनी एक शोध विश्लेषक है | और छोटी अखिला एक सार्वजनिक स्वास्था पेशेवर के रुप मे काम करती है | कार्य : क्षेराईराजन बालसुब्रमण्याम जिन्हें लोकप्रिय रुप से प्रोफेसर बालू के रुप मे जाना जाता है | वह एक भारतीय जैव रासायनिक रसायनतज्ञ और ऑक्यूलर जैव रसायनविदू है | बालसूब्रमण्याम 1966 मे भारत लौटे और भारतीय प्रौघेागिकी संस्थान, कानपूर मे एक लेक्चरर के रुप मे शामिल हुए थे | जहाँ वे सहायक प्रोफेसर और प्रोफेसर बनने के लिए वर्शो से रैंक मे उठते रहे | उनहें हैदराबाद विश्वाविदयालय मे रसायन विज्ञान के स्कूल के प्रोफेसर और डीन के रुप मे नियूक्त किया गया था | तब उनहेाने पद संभाला सेलूलर और आणविक जीवविज्ञान केंद्र के उपनिदेशक थे | वह 1979 मे प्रसाद आई इंस्टीटयूट चले गए थे | जहाँ वे प्रो ब्रेन होल्डन आई रिसर्च सेंटर के शोध के निदेशक है | वह न्यू साउथ वेल्स ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस पिलानी भारत के सहायक प्रोफेसर के रुप मे भी कार्यरत है | वह भारतीयविज्ञान आकदमी 2000-2010 के पूर्व अध्याक्ष है | पूरस्कार और सम्मान : 1) दोराईराजन बालासुब्रमण्याम जवाहरलाल नेहरु सेंटर फॉर एडवांस्ड साइंटिफिक रिसर्च के एक मानद प्रोफेसर है | 2) एलएम येददापली मेमोरियल अवार्ड से सम्मानित | 3) 1977 मे इंडियन केमिकल सोसाइटी का पदक | 4) 1981 मे उन्हें वैज्ञानिक और औघोगिक अनुसंधान परिषद व्दारा रसाययनिक विज्ञान मे शांति स्वरुप भटनागर पूरस्कार से| 5) 1990 मे उनहे रैनबैक्सी अवार्ड से सम्मानित किया गया था | 6) 1994 मे इंडियन एसोसिएशन फॉर द कल्टिवेशन आफ साइंस मे डॉ महेंद्र लाल सिरकार पूरस्कार से सम्मानित| 7) 1997 मे ओमप्रकाश भसीन पूरस्कार और कलींग पूरस्कर से सम्मानित| 8) उनहे गोयल पूरस्कार और भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी का जेसी बोस पदक मिला था | 9) भारत सरकार ने उनहे 2002 मे पदमश्री के नागरिक पूरस्कार से सम्मानीत किया | 10) उनहे भारतीय विज्ञान कॉग्रेस एसोसिएशन आयएससीए के विज्ञान मे उपलब्धि के लिए नासा इंदिरा गांधी पुरस्कार और जवाहरलाल नेहरु शताब्दी पूरस्कार के प्राप्त्कर्ता भी है | पुस्तके : 1) द मदर ऑफ जीन : एंड अदर एउवेंचर्स इन पॉपूलर साइंस | ( 12 ) 1 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 5