गणेश प्रसाद श्रीवास्ताव की जीवनी - Biography of Ganesh Prasad Srivastav in hindi jivani Published By : Jivani.org नाम : गणेश प्रसाद श्रीवास्ताव जनम तिथी- 16 जून 1933 ठिकाण : वाराणसी, भारत व्यावसाय : प्रोफेसर, भौतिकी विज्ञानी मर गए : 26 मई 2011 प्रांरभिक जीवनी : गणेश प्रसाद श्रीवास्ताव का जनम 16 जून 1933 को भारत के वाराणसी मे हुआ था | उन्होंने 1957 मे इलाहाबाद विश्श्वाविघ्यालय के प्रोफेसर कृष्णजी के अधीन माइक्रोवेव के व्यापक अध्यायन मे पीएचडी डॉक्टरेट कि डिग्री कि थी | उन्होंने अध्यायन मे पीएचडी डॉक्टरेट कि डिग्री कि थी | उन्होंने प्रोफेसर कृष्णजी और डॉ प्रेम स्वरुप के साथ भी काम किया था | और मध्याम दबाव पर गैसों मे माइक्रोवेव आवशोषण का अध्यायन किया जो समकालीन शोध प्रकाशनों और उन्नात ग्रंथो मे प्रशंसनीय संदर्भो के साथ प्रकाशित हुआ था | कार्य : डॉ गणेश प्रसाद श्रीवास्ताव भौतिकी के भारतीय प्रोफेसर है | और कई पूस्ताकेां के लेखक थे | पचास से अधिक वर्षे के एक विशिष्टा शैक्षणिक कैरियर के बाद, वह दिल्ली विश्वाविदयालय से इलेक्ट्रॉनिक्सा के प्रोफेसर के रुप मे सेवानिवृत्ता हुए थे | जहाँ उन्होंने पैंतीस से अधिक वर्षो तक माइक्रोवेव इलेक्ट्रॉनिक्सा पढाया था | उन्होंने स्पेक्ट्रोस्कोपी, अर्धचालक भौतिकी, चुंबकत्वा के क्षैत्रों मे अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं मे 180 शोध प्रकाशन प्रकाशित किए गए थे | व्कांटम इलेक्ट्रॉनिक्सा और माइक्रोवेव सूपरकंडक्टिविटी उन्होंने दिल्ली विश्वाविदयालय मे एक बडा माइक्रोवेव अनूसंधान समूह स्थापित किया था | उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्सा को भौतिकी से अलग एक अनूशासन के रुप मे पढाना शूरु किया था | और पूरे देश मे नियमित रुप से विज्ञान अकादमिक कार्यक्रमो मे इलेक्ट्रॉनिक्सा पाठयाक्रम शूरु करने मे महत्वापूर्ण भूमिका निभाई थी | वह दिल्ली विश्वाविदयालय के दक्षिण परिसर मे इलेक्ट्रॉनिक्सा विज्ञान विभाग के पहले प्रमूख और दक्षिण परिसर मे अंत: विषय और अनूप्रयूक्त विज्ञान संकाय के पहले डिन थे उन्होंने दिल्ली विश्वाविदयालय के प्रोप वाइस चांसलर के रुप मे नी कार्य किया था | वह हाइड्रोजन बाउंड आणूओ मे घूर्णी संक्रमण का निरीक्षण करने वाला पहला व्याक्ति था | उनके अन्या कार्यो मे शेफिल्डा विश्वाविदयालय यू के मे काम शामिल था | पुस्तके : उनकी कुछ प्रकाशित पूस्ताकेां मे शामिल है | 1) माइक्रोवेव डिवाइसेस और सार्किट डिजाइन 2006| 2) माइक्रोवेव मे हाल के अग्निम: कार्डिक 1994| 3) माइक्रोवेव प्रौघोगिकी और अनू्रप्रयोग : पथम एशियाप्रशांत माइक्रोवेव सम्मेलन 1998| 4) सतह मौसम विज्ञान उपकरण और मापन अभ्यास| ( 12 ) 0 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 0