एलुवथिंगल देवसी जेमिस की जीवनी - Biography of Aluvathingal devasi jemis in hindi jivani Published By : Jivani.org नाम : एलुवथिंगल देवसी जेमिस जन्म तिथी : 31 अक्टूबर 1951 आयू 68 वर्षे ठिकाण : चेवदूर, त्रिशूर जिला, केरल व्यावसाय : प्रोफेसर प्रारंभिक जीवनी : इंडी जेमीस का जन्म 31 अक्टूबर 1951 को केरल रायजा केत्रिशूर गांव मे हुआ था | उन्होंने यूनिविसीटी कॉलेज, तिरुवनंतपूरम से बीएससी स्त्रातक कि पढाई कि थी | और आईआईटी कानपूर से सेंट थॉमस कॉलेज, त्रिशूर से एमएससी कि डिग्री हासिल कि थी | अपने पर्यवेक्षकों के साथ आगे बढते हुए जेमीस ने म्यृनिख विश्वाविघ्यालय मे एक सेमेस्टार और एर्लांगेन नुर्नबर्ग विश्वाविघ्यालय मे चार सेमेस्टार बिताए थै | उन्हेांने प्रिसटन से पीएचडी कि उपाधि 1978 मे प्रदान कि गई थी | कार्य : ई डी जेमीस एक भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर भारत मे सैघ्दांतिक रसायन के प्रोफेसर है | वह भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान तिरवनंतपूरम के संस्थापक निदेशक थे | अनुसंधान का उनका प्राथमिक क्षेत्र तत्वों कि आवर्त सारणी मे संरचना बंध्ंन और प्रतिक्रया शीलता पर जोर देने के साथ सैध्दांतीक रसायन शास्त्र लागू किया जाता है | कॉर्नेल विश्वाविघ्यालय मे दो साल के पोस्टा डॉक्टरेट कार्य के बाद वह स्कूल ऑफ केमिस्ट्री, हैदराबाद विश्वाविघ्यालय 1980 मे शामिल हुए थे | उनहेांनने 1990 मे प्रोफेसर के रुप मे कार्य किया है | और मे डीन के रैंक तक बढ गए थे | जेमिस ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी कैनबरा 1991 मे विजिटिंग फेलो थे | और जॉर्जिया विश्वाविघ्यालय एथेंस 2000 के कम्प्यूटेशनल व्कांटम केमिस्ट्री के कंद्र मे विजिटिंग प्रोफेसर थे | जेमिस जेएनसीएएसआर मे मानद प्रोफेसर और आईसीटीएसटीआइएफआर मे एडजैक प्रोफेसर है | 2005 मे उन्हेांने भारतीय विज्ञान संस्थान आयआयएससी बैंगलोर से एक निमंत्रण स्वीकार किया और अकार्बनिक और भौतिक रसायन विज्ञान मे शामिल हो गए थे | 2008 मे डॉ जेमिस फिर से चले गए, इस बार पांच साल कि प्रतिनियुक्ति पर भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान तिरुवनंतपूरम शुरु करने कि जिम्मेदारी स्वीकार कि थी | लागू किए गए सैघ्दांतिक रसायन विज्ञान मे उनके कई योगदानों के अलावा, कार्बन के संरचनात्माक रसायन विज्ञान के बराबर जैसा कि HUCKEL4N+2 नियम बेंजीजॉइड एरोमेटिक्सा और ग्रेफाइट टेट्राहेड्रल कार्बन और डायमंड व्दारा अनुकरणीय है | संरचनात्माक रसायन शास्त्रा मे लाया जाता है | उन्हेाने 20 पीएचउी छात्रों और कई पोस्टा डॉक्टरेल छात्रों और शोध सहयोगियों का उल्लेख किया है | और लगभग 200 शोध लेख प्रकाशित किए है | पूरस्कार और सम्मान : 1) फेलो ऑफ द इंडियन एकेडमी ऑफ साइंसेज बैंगलोर 1992| 2) शाती स्वरुप भटनागर पुरस्कार वैज्ञानिक और औघोगिक अनुसंधान परिषद सीएसआईआर, नई दिल्ली 1994 | 3) रॉबर्ट एस, मुलिकेन लेक्चर, जॉर्जिया विश्वाविघ्यालय एंथेस यूएसए 2004| 4) विकसशील दुनिया के लिए विज्ञान अकादमी के फेलो ट्राइस्टै इटली 2004| 5) विज्ञान और प्रौघोगिकी विभाग नई दिल्ली कि जेसी बोस नेशनल फेलोशिप 2006| 6) प्रोफेसर टी नवनीत राव राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठा शिक्षक पूरस्कार रसायन विज्ञान मे 2006 को सम्मानित किया था | 7) भारत सरकार व्दारा पदमश्री पूरस्कार से सम्मानित 2014| 8) TWAS पूरस्कार 2003 से सम्मानित | ( 20 ) 0 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 0