उर्जित पटेल जीवनी - Biography of Urjit Patel in Hindi Jivani Published By : Jivani.org 28 अक्टूबर 1963 को जन्मे उर्जित ने लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स से बीए की डिग्री हासिल की है। उसके बाद उन्होंने 1986 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से एम फ़िल की डिग्री ली। चार साल बाद उर्जित ने 1990 में येल विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि ली। उर्जित 7 जनवरी 2013 को आरबीआई के डिप्टी गवर्नर बनाए गए थे। इसी साल (2016) जनवरी में उन्हें तीन साल का एक्सटेंशन दिया गया था। उर्जित बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप और रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए भी काम कर चुके हैं। वे बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप में एनर्जी एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर मामलों के एडवाइजर थे। उर्जित पटेल (53) की अध्यक्षता में गठित समिति ने ही मौद्रिक नीति समिति का मार्ग प्रशस्त किया था। पटेल 11 जनवरी, 2013 को केंद्रीय बैंक से जुड़े और मौद्रिक नीति विभाग की अध्यक्षता करते रहे हैं। केंद्रीय बैंक के गवर्नर रघुराम राजन और पटेल पूर्व में वॉशिंगटन में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के लिए साथ काम कर चुके हैं। उर्जित साल 1998 से 2001 तक ऊर्जा मंत्रालय और वित्त मंत्रालय के आर्थिक कार्य विभाग के सलाहकार रहे हैं। वो 1995 से 1997 तक उन्होंने आईएमएफ की प्रतिनियुक्ति पर आरबीआई के सलाहकार के तौर पर काम किया था। उस दौरान उन्होंने बैंकिंग सेक्टर में सुधार और फॉरेन एक्सचेंज मार्केट पर आरबीआई को सलाह दी। उस दौरान उन्होंने बैंकिंग सेक्टर में सुधार और फॉरेन एक्सचेंज मार्केट पर आरबीआई को सलाह दी थी। पटेल गुजरात पेट्रोलियम लिमिटेड और नेशनल हाउसिंग बैंक के निदेशक मंडल में रह चुके हैं। पटेल फरवरी 2013 से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के निदेशक मंडल में हैं। प्रारंभिक जीवन और शिक्षा डॉ पटेल लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स [एलएसई, लंदन विश्वविद्यालय], एम फिल से बी.ए. प्राप्त की। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से डिग्री १९८६ में वह येल विश्वविद्यालय में १९९० में उन्होंने एक केन्याई नागरिक के रूप में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष में शामिल हुए से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट प्राप्त किया। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष में भारत डेस्क पर १९९१-१९९४ संक्रमण काल के दौरान किया गया उन्हे भारत १९९२-१९९५ में आईएमएफ देश मिशन के लिए तैनात किया गया था। डॉ पटेल १९९० में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष आईएमएफ में शामिल हो गए पर अमरीका, भारत, बहामास और म्यांमार डेस्क पर १९९५ तक काम किया।इसके बाद वह प्रतिनियुक्ति पर अंतर्राष्,ट्रीय मुद्रा कोष में भारत, जहां वह विकास के एक सलाहकार की भूमिका निभाई रिजर्व बैंक के पास गया कर्ज बाजार, बैंकिंग क्षेत्र में सुधार, पेंशन फंड सुधार, वास्तविक विनिमय दर उनके काम का मुखय भाग रहे। उन्होंने आईडीएफसी लिमिटेड में मुख्य नीति अधिकारी के रूप में कार्य भी किया। डॉ पटेल, दोनों केंद्रीय और राज्य सरकार के स्तर पर कई उच्च स्तरीय समितियों, प्रतिस्पर्धा आयोग, टास्क फोर्स प्रत्यक्ष करों पर, इंफ्रास्ट्रक्चर पर प्रधानमंत्री की टास्क फोर्स, मंत्रियों के समूह दूरसंचार मामलों पर सलाहकार समिति अनुसंधान परियोजनाओं और बाजार अध्ययन पर सहित के साथ काम किया नागरिक उड्डयन सुधारों पर, राज्य बिजली बोर्डों पर विशेषज्ञ समूह में काम किया। महत्वपूर्ण पद सलाहकार, बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप अध्यक्ष (बिजनेस डेवलपमेंट), रिलायंस इंडस्ट्रीज (1997-2006) कार्यकारी निदेशक, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फाइनेंस कंपनी (1996-1997 सदस्य, समेकित ऊर्जा नीति समिति, भारत सरकार (2004-2006) गैर-कार्यकारी निदेशक, गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉरपोरेशन गैर-कार्यकारी निदेशक, इंडिया लिमिटेड मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज डिप्टी गवर्नर, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया। भारत के गवर्नर, रिजर्व बैंक (4 से सितंबर 2016) उर्जित पटेल के बारे में ……….. 1. उर्जित पटेल का जन्म 28 अक्टूबर 1963 को गुजरात में हुआ था. वह अर्थशास्त्री, सलाहकार और बैंकर हैं. वर्तमान में वह आरबीआई के डेप्युटी गर्वनर हैं. 4 सितंबर 2016 को, वह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 24 वें राज्यपाल बने। 2. उर्जित पटेल लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से ग्रैजुएट हैं. इसके अलावा उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमफिल किया है और येल यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में डॉक्टरेट किया है. 3.1990 में पटेल ने इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) जॉइन किया था. उन्होंने 1995 तक अमेरिका, भारत, बहमास और म्यांमार में आईएमएफ डेस्क पर काम किया था. 4. वर्तमान में उर्जित आरबीआई के 4 डेप्युटी गर्वनर में से एक हैं और वह यहां मॉनेटरी पॉलिसी डिपार्टमेंट के प्रमुख हैं. 5.आरबीआई में उनकी नियुक्ति यूपीए सरकार ने 2013 में की थी. इस साल जनवरी में उनका कार्यकाल जनवरी में समाप्त हो रहा था लेकिन इसे मोदी सरकार ने तीन साल के लिए बढ़ा दिया था. 6. उर्जित 1996 से 1997 तक आरबीआई में आईएमएफ के सलाहकार के तौर पर काम किया है. इसके अलावा वह 1998 से 2001 तक वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग के सलाहकार के तौर पर काम कर चुके हैं. 7. उर्जित पटेल को रघुराम राजन के सबसे भरोसेमंद सहयोगियों में गिना जाता है. काफी हद तक उर्जित को ही आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी (मौद्रिक नीति) में ऐतिहासिक बदलावों का श्रेय जाता है. साथ ही बदलती हुई कीमतों की वजह से महंगाई की गणना के लिए होलसेल प्राइस इंडेक्स की जगह कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स को अपनाने में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई. 8. आरबीआई गवर्नर के तौर पर उर्जित के सामने सबसे बड़ी चुनौती बढ़ती हुई महंगाई पर नियंत्रण की होगी. जुलाई में कंज्यूमर इनफ्लेशन 6.07 फीसदी रही जोकि लगातार चौथे महीने आरबीआई की महंगाई के लिए तय लक्ष्य 4-6 फीसदी से ज्यादा रही. 9. उर्जित पटेल को एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री, बैंकर और सलाहकार के रूप में जाना जाता है। 10. 20 वीं शताब्दी में उनके दादा गुजरात से केन्या मे चले गए थे। 11. उनके पिता का जन्म केन्या में हुआ था और वह नैरोबी में स्पेयर पार्ट्स का व्यापार करते थे। 12. वर्ष 1990 में, उन्होंने येल विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की थी। 13. उन्हें केन्याई नागरिक के रूप में International Monetary Fund (आईएमएफ) में शामिल किया गया। 14. उन्होंने 1990 से 1995 तक आईएमएफ में बहामस, भारत, अमेरिका और म्यांमार डेस्क पर काम किया। 15. उन्होंने भारत में पोस्टिंग के बाद ही गुजराती और हिंदी सीखी। उनका मित्रों का एक छोटा सा समूह है जिसे सब “jolly fellow” कहते हैं। ( 20 ) 0 Votes have rated this Naukri. 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