लिएंडर पेस जीवनी - Biography of Leander Paes in Hindi Jivani Published By : Jivani.org लिएंडर पेस भारत के व्यावसायिक टेनिस खिलाड़ी हैं जो आजकल युगल एवं मिश्रित युगल मुकाबलों में भाग लेते हैं। वह भारत के सफलतम खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने कई युगल एवं मिश्रित युगल स्पर्धायें जीती हैं। उनको भारत का खेल जगत में सबसे ऊँचा पुरस्कार राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार 1996-1997 में दिया गया और साथ ही २००१ में पद्म श्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। 2014 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। युगल मैचों के अलावा उन्होंने डेविस कप टेनिस स्पर्धा में भारत के लिये कई यादगार जीतें हासिल की और 1996 अटलांटा ओलम्पिक में कांस्य पदक जीता। लिएंडर पेस पुरुष डबल्स तथा मिक्सड डबल्स के सर्वाधिक सफल खिलाड़ियों में से एक हैं । उनका जन्म गोवा में हुआ था और पालन-पोषण कलकत्ता में हुआ । उनकी मां जेनिफर पेस 1980 में भारतीय बास्केट बॉल टीम की कैप्टेन थी और उनके पिता डा. वैस अगापितो पेस हॉकी के मिड-फील्डर थे और 1972 के म्यूनिख ओलंपिक में भारतीय टीम के सदस्य थे, जिसने कांस्य पदक जीता था । उसकी स्कूली शिक्षा मद्रास क्रिश्चियन कॉलेज, हायर सेकेंड्री स्कूल से हुई । उसका निवास स्थान भारत में कलकत्ता तथा अमेरिका के फ्लोरिडा में ऑरलेन्डो है । वह सीधे हाथ का खिलाड़ी है । लिएंडर ने 7 वर्ष की आयु में टेनिस सीखना आरम्भ कर दिया था और खेल की बेसिक जानकारी साउथ क्लब, कलकता से आरम्भ की । उसने 1985 में मद्रास की ब्रिटेनिया टेनिस एकेडेमी में प्रशिक्षण आरम्भ कर दिया और उनकी कोचिंग दबे-ओ-मियरा ने की । पेस ने अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति 1990 में अर्जित की जब उन्होंने विंबलडन जूनियर का खिताब जीता और जूनियर विश्व रैंकिंग में नम्बर एक खिलाड़ी बन गए । इसके पूर्व 14 वर्ष से कम आयु वर्ग की राइस बाउल चैंपियनशिप उन्होंने 1987 में हांगकांग में जीती । 2 वर्ष बाद 16 से कम आयु वर्ग की प्रतियोगिता भी उन्होंने जीती । उन्होंने जूनियर व सीनियर राष्ट्रीय चैंपियन का खिताब भी हासिल किया । जब पूरी दुनिया के शीर्ष-खिलाड़ी डेविस कप के नाम पर नाक-भौं सिकोड़ते हैं तब लिएंडर ने दिखाया कि अपने देश के लिए खेलना कितने गर्व की बात है । उन्हें सर्किट के डबल्स खिलाड़ी के रूप में जाना जाता है । ITF जूनियर का खिताब पाने के बाद इन्हें भारतीय डेविस कप में प्रवेश मिला ,जिसमे हारकर भी इन्होने अच्छे खेल का प्रदर्शन किया | 1990 में इन्होने अफ्रीका के मार्कोस ओदृश्का को 7-5 , 2-6 ,6-4 से हराकर खिताब अपने नाम किया | हालांकि सीनियर वर्ग प्रतियोगिताओ में ये डेविस कप मुकाबलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते रहे किन्तु लिएंडर पेस और महेश भूपति की जोड़ी ने ग्रैंड स्लैम का खिताब जीतकर विश्व में नम्बर वन की वरीयता हासिल की | पेस और भूपति ने 1995 में जोड़ी बनाकर खेलना शुरू किया | 1997 में धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए न केवल ATP खिताब जीता बल्कि विश्व की चौथी वरीयता क्रम में जा पहुचे | 1998 में इन्होने दुहा ,इटली ,शंघाई की युगल स्पर्धाओं में खिताब जीतकर 3 ग्रांड स्लैम ऑस्ट्रेलियाई , अमेरिकी और फ्रेंच के सेमीफाइनल में पहुचे | 1997 में विंबलडन में भी सेमीफाइनल में इन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था | दुर्भाग्यवश इनकी जोड़ी आपसी मतभेदों की वजह से कुछ समय के लिए अलग हो गयी थी किन्तु फिर भी देश के लिए इन्होने अपने मतभेदों को दरकिनार कर पुन: खेलना शुरू किया | आज भी मिक्स डबल की प्रतियोगिताओ में पेस और भूपति खेलते हुए देश का नाम रोशन कर रहे है | पेस 1996 में एटलांटा ओलम्पिक्स में कांस्य पदक जीतकर भारत के लिए ओलम्पिक पदक जीतने वाले वे दूसरे खिलाड़ी बन गए। इस जीत के बाद लिएंडर पेस की महेश भूपति के साथ जोड़ी के रूप में अपने करियर को आगे बढ़ाया। पेस-भूपति की जोड़ी भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हुई। पेस-भूपति ने साथ मिलकर भारत और भारत के बाहर कई महत्वपूर्ण मुकाबलों में जीत हासिल की। लिएंडर पेस को टेनिस में अपने योगदान के लिए 1996 में भारत के गौरवपूर्ण राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड और 2001 में पद्मश्री अवॉर्ड से नवाजा गया। आर्थिक उपलब्धियां अनेक खिताब जीतने पर उन्हें बड़ी धनराशि पुरस्कार स्वरूप प्राप्त हुई। चूंकि यह खिताब पेस और महेश ने डबल्स में जीते अत: पुरस्कार राशि भी दोनों को सम्मिलित रूप से प्राप्त हुई है। उन्हें विबंलडन का युगल खिताब जीतने पर एक लाख 86 हजार 420 पौंड स्टर्लिंग की राशि प्राप्त हुई। इसके अतिरिक्त लिएंडर को लिसा रेमंड के साथ मिश्रित युगल का खिताब जीतने पर 79,180 पौंड स्टर्लिग की राशि मिली। फ्रेंच ओपन के युगल खिताब के लिए पेस व भूपति को कुल मिलाकर 2 लाख 68 हजार डालर की राशि प्राप्त हुई। वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट आस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में पहुंचने से ही दोनों को लगभग 55 लाख डालर की राशि प्राप्त हुई। इस प्रकार अकेले लिएंडर पेस को 1999 के तीनों ग्रैंड स्लैम टूर्नामेटों में लगभग 1 करोड़ 60 लाख रुपये की राशि मिली। 1996 तक इस जोड़ी की टेनिस से कुल आमदनी लगभग पांच लाख डालर से भी कम थी लेकिन 1997 से 1999 के बीच दोनों ने लगभग 25 लाख डॉलर की कमाई की। लिएंडर पेस व महेश की जोड़ी ने विज्ञापनों से भी अच्छी आय अर्जित की। पेप्सी, एडिडास, आई.टी.सी. जैसी कम्पनियों ने इनके ग्रैंड स्लैमों में अच्छे प्रदर्शन के कारण ही अच्छा सहयोग दिया। फिर सियाराम ग्रुप की माडलिंग से भी इन्होंने अच्छी कमाई की। 2004 में लिएंडर पेस तथा महेश भूपति की जोड़ी ने टोरंटो (कनाडा) में 25 लाख डालर के ए.टी.पी. टेनिस मास्टर सीरीज में युगल खिताब जीता। पेस-भूपति ने एक साथ खेलते हुए यह 23वां खिताब जीता। ( 13 ) 12 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 3