गुलाम दस्तगीर आलम की जीवनी - Biography of Ghulam Dastagir Alam in hindi jivani Published By : Jivani.org नाम : गुलाम दस्तगीर आलम जनम तिथी : 1937 ठिकाण : फरीदाबाद, ब्रिटीश भारत व्यावसाय : भौतिक विज्ञानी मर गए : 5 दिसंबर 2000 प्रारंभिक जीवनी : आलम का जनम 1937 को ब्रिटीश भारत के फरीदाबाद मे हुआ था | उन्हेांने गवर्नमेंट कॉलेज तम्मान कैपलेलपूर और लाहौर के गवर्नमेंट कॉलेज मे शिक्षा प्राप्ता कि थी | 1955 मे उन्होंने भौतिक विभाग मे दाखिला लिया था | जी सी यू जहॉ उन्होंने 1957 मे भौतिकी मे एमएससी प्राप्ता कि थी | भौतिकी मे अपनी डिग्री के बाद, आलम ने 1995 मे पाकिस्तान परमाणू ऊर्जा आयोग पीएईसी मे शामिल होने से पहले अपने अल्मा मेटर मे प्राथमिक भौतिकी प्रयोगशाला पाठयाक्रम पढाए था | कार्य : आलम एक पाकिस्तानी सैध्दांतिक भौतिक विज्ञानी और कायदे ए आजम विश्वाविदयालय मे गणित के प्रोफेसर थे | 1970 के दशक मे पाकिस्तान कि एकीकृत परमाणू बम परियोजना के दौरान गैस अपकेंद्रीत परियोजना पर शोध और गर्भ धारण करने के लिए आलम को सबसे अच्छी तरह से जाना जाता है | उन्होंने अपने करियर के दौरान गेज सिध्दांत और किरण फटने पर अनूसंधान कि भी कल्पना कि थी | परमाणू बम परियोजना के बाद, आलम ने व्कैड ए आजम विश्वाविदयालय मे गणित विभाग मे शामिल होन के साथ साथ भौतिकी संस्थान मे संकाय का दौरा किया था | वह पीएईसी और क्यूएयू मे उल्लेखनिय सैध्दांतिक भौतिकविदों मे से एक थे | 1964 मे आलम यूजीसी छात्रवृत्ति के साथ लंदन विश्वाविदयालय मे डॉक्टरेट कार्यक्रम मे शामिल हुए थे | उनके डॉक्टरेट थीसीस प्रकाशित करने के बाद सैध्दांतिक रुप से भौतिकी मे पीएचडी से सम्मानित किया गया था | उनकी थीसीस ने कर्व क्रासिंग पर चार्ज क्रॉसिंग पर व्यापक अध्यायन को कवर किया , जो व्कांटम मैकेनिक्सा मे एक अवसाधारणा है | 1967 मे, वह भौतिकी विज्ञान संस्थान मे साथी बन गए जहाँ उन्होंने सैध्दांतिक परमाणू भौतिकी पर अपने प्रकाशन जारी रखे थे | वहाँ उन्होंने परमाणू आइसोमर, परमाणू विखंडन और गामा किरणों मे अपने शोध का बीडा उठाया था | उन्होंने रेडोकॉकस्टार पर अपने शोधपत्र प्रस्तूत किए, जो प्रयोगिक और गणना कि गई संभावित ऊर्जाओं के साथ विखंडन उत्पादों के रखांकन और कार्यात्माक व्यावहार कि जांच करते थे | 1976 मे आलम एक टीम के निदेशक थे यदपिआलम टीपीजी मे एक महत्वापूर्ण सदस्या बने रहे | जहॉ उन्होंने आंशिक अंतर समीकरणों पर आपना शोध जारी रखा था | कैद ए आजम विश्वविदयालय मे गणित विभाग मे शामिल हो गए थे | आलम ने वेल्ट्रामि समीकरण, मल्टीवार्जेबल कैलकुलस और मैथमेटिकल फिजिक्सा पर संक्षेप मे पाठयक्रम पढावा छोडी गई ऊर्जा का विश्लेषण करने के लिए गणितीय विवरणों का उपयोग करके गामा रे फट मे एक पेपर का बीडा उठाया था | पूरस्कार और सम्मान : 1) हिलाल एक इम्जियाज 1983| पूस्ताके : 1) व्कांटम नॉनकलोकिटी ब्लैक होल और व्कांटम ग्रेविटी 2007| 2) पथरी एक दृष्टिकोण इंजीनियरिंग गणित 1996| 3) पेडलिंग पेरिलो इसका जस्ट बिझानेस 2010| 4) धोखे पाकिस्तान संयूक्त राजया अमेरिका और परमाणू हाथियारों मे गूप्त व्यापार 2007| ( 12 ) 0 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 0