शर्मिला भट्टाचार्य की जीवनी - Biography of Sharmila Bhattacharya in hindi jivani Published By : Jivani.org नाम : शर्मिला भट्टाचार्य जन्म तिथी : 24 मार्च 1964 ठिकाण : कोलकत्ता, भारत पिता : सूखदेव भट्टाचार्य व्यावसाय : वैज्ञानिक प्रारंभिक जीवनी : शर्मिला भट्टाचार्य नसा एम्स रिसर्च सेंटर मे एस्ट्रोबायनिक्सा और बायोमोडेल प्रदर्शन और व्यावहार प्रयोगशाला के प्रमूख के लिए मूख्या वैज्ञानिक है | इतना ही नही बल्की वह अमेरिकी सीनेट कमेटी ऑन कॉमर्स साइंस एंड ट्रांसपोर्टेशन कि सब्जेक्ट मैंटर एक्सपर्ट और नासा एम्स रिसर्च सेंटर के स्पेस बायोसाइंसेज लिबीज के बायोमॉडल परफॉर्मेस लेबोरेटरी कि प्रिंसीपल इन्वेस्टिगेटर है | शर्मिला भट्टाचार्य का जन्म 24 मार्च 1964 केा भारत के कोलकत्ता मे हुआ है | उनके पीता का नाम सुखदेव भटाचार्य था वह एक भारतीय एयरलाइंस पायलट थे | शर्मिला ने अपनी स्कूली शिक्षा ला मार्टिनीयर से गर्ल्स और लोरेटो हाऊस से प्राप्ता कि है | जो कि कोलकत्ता मे स्थित है |उन्होंने प्रेसिडेंसी कॉलेज से हयूमन फिलीओलॉजी मे स्त्रातक कि उपाधि प्राप्ता कि है | उन्होंने वेलस्ले कॉलेज से बायोलॉजिक केमिस्ट्री मे अध्यायन किया है | उसके बाद उन्होंने प्रिसंटीन विश्वाविघ्यालय से पीएचडी कि उपाधि प्रापत कि थी | वहां पर उन्होंने सैक्रोमाइसेस सेरेविजिया मे रास ऑन्केजीन के लिए सिग्नल ट्रांसक्शन पाथवे के लिए आध्यायन किया है | उन्होंने स्टेनफोर्ड यूनिविर्सीटी से न्यूरोबायोलॉजी मे डॉक्टरेट के बाद शोध कार्य किया है | शर्मिला ने 1984 मे अल्फ्रेड के साथ विवाह किया था | कार्य : शर्मिला ने स्टेनफोर्ड मे अपने शोध के बाद नासा एम्स रिसर्च सेंटर मे लॉकहिड मार्टिन व्दारा एक नौकरी पर काम करती थी | शर्मिला अंतरिक्ष श्ंटल उडान प्रयोग कंगल पैथोजेनेसिस टयूमरजेनासिंस और अंतरिक्ष मे मेजबान प्रतिरक्षा के प्रमूख एफआयटी कि प्रमूख अवेषक के रुप मे कार्यरित रही थी | जिसने 4 जुलाई 2006 को एसटीएस 121 से उडान भरी थी | शर्मिला ने नासा एम्स रिसर्च सेंटर मे एस्ट्रोबायनिक्सा के मूख्या वैज्ञानिक के रुप मे भी काम किया है | नासा उनके शोध मे स्पेसलाइट के दौरान प्रतिरक्षा प्रणाली मे बदलाव और विकिरण और परिवर्तित गुरुत्वाकर्षण के प्रभावों का अध्यायन किया गया है | शर्मिला ने कैलिफोर्निया विश्वाविघ्यालय मे न्यूरोबायोलॉजी के व्याख्याता के रुप मे काम किया है | सन 1998 मे वह सांताक्रूज भी थी | उन्होंने नासा एम्स रिसर्च सेंटर कि कई परियोजनाओं पर एक प्रमूख वैज्ञानिक के रुप मे काम किया है | उपलब्धि : पूरस्कार और सम्मान : 1) सन 2018 मे शर्मिला को एम्सा ऑनस अवार्ड मिला है | 2) सन 2018 मे उनहें नासा एक्सेप्शनल साइंटिफिक अचीवमेंट मेउल भी प्राप्ता हुआ है | पूस्तके/ग्रंथ : 1) 1995 एस भटाचार्य एलचिन जेआरब्रोच रस मेम्ब्रेस टारगटिंग ग्लकोज सिग्नलिंग के लिए आवश्यकता है | लेकिन खमीर मे व्यावहार्यता के लिए नही | 2) एस भटाचार्य और सहसाथीयोव्दालिखित 2001अंतरिरक्ष स्टेशन जैविक अनूसंधान परियोजना अवास विकास और क्षमताएं| 3) एस भटाचार्य और सहसाथियोव्दारा लिखित 2006: ड्रोसाफिला मेलागोस्टार मे प्रतिरक्षा प्रतिक्रया पर स्पेसलाइट के प्रभाव का एक अध्यायन| ( 12 ) 2 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 4