शोभना भारतीय जीवनी - Biography Of Shobhana Bhartia in Hindi Jivani Published By : Jivani.org शोभना भारतीय राज्यसभा की सांसद हैं। वे भारत के प्रसिद्द उद्योगपति कृष्णकुमार बिड़ला की बेटी हैं। वे भारत के बड़े समाचारपत्र हिन्दुस्तान टाइम्स की संपादकीय सलाहकार हैं। साथ ही वे बिड़ला प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान संस्थान, पिलानी की प्रो-चांसलर भी हैं। हिन्दुस्तान टाइम्स ग्रुप की चेयरपर्सन और एडिटोरियल डायरेक्टर और राज्यसभा की पूर्व सदस्या शोभना भरतिया मशहूर उद्योगपति के.के. बिड़ला की बेटी और जी.डी. बिड़ला की पौत्री हैं। कोलकता विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट शोभना का विवाह जुबिलेंट ऑर्गेनोसिस लिमिटेड के चेयरमैन, श्यामसुंदर से हुआ, जो मोहन लाल भरतिया के बेटे हैं। प्रतिष्ठित बिजनेस पत्रिका फोर्ब्स नके भारत के 100 सबसे अमीर लोगों की सूची में उनका नाम भी है| उद्योग जगत के कई सम्मानों से पुरस्कृत शोभना वर्ष 2006-2012 तक राज्यसभा की सदस्य भी रह चुकी हैं| शोभना का जन्म 1957 में मशहूर बिड़ला परिवार में कोलकाता शहर में हुआ था| वह कोलकाता में ही पली और बड़ी हुईं और प्रारंभिक शिक्षा ‘लोरेटो हाउस’ स्कूल से ग्रहण किया| उसके बाद उन्होंने स्नातक की पढाई कोलकाता विश्वविद्यालय से किया| इसके पश्चात उनका विवाह ‘जुब्लिएन्त लाइफ साइंस लिमिटेड’ के श्याम सुन्दर भरतिया से हो गया| कैरियर शोभना भरतिया ने हिन्दुस्तान टाइम्स ग्रुप वर्ष 1986 में ज्वाइन किया था, तब भारत में वह पहली किसी नेशनल न्यूज पेपर की चीफ एग्जिक्यूटिव थीं। इन्होंने कुछ समय के लिए बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पिलानी के चांसलर का पद भी संभाला था। इस संस्थान की स्थापना शोभना भरतिया के दादा ने किया था| शोभना भरतिया हिन्दुस्तान मीडिया ग्रुप के आर्थिक और संपादकीय, दोनों पहलुओं पर ध्यान देती हैं| ऐसा मन जाता है की हिंदुस्तान टाइम्स समूह के कायाकल्प में उनकी बड़ी भूमिका रही है| सन 2005 में शोभना भरतिया ने एच. टी मीडिया का पब्लिक इक्विटी जारी करके लगभग 400 करोड़ रूपए इकठ्ठा किया जो अपने आप में एक बड़ी कामयाबी थी| वर्ष 2006 में शोभना भरतिया को यूपीए सरकार द्वारा राज्यसभा के सदस्य के रूप में भी मनोनित किया गया। हाल ही में इंडियन एक्सप्रेस ने ‘100 मोस्ट पावरफुल इंडियन्स’ की सूची जारी की है, जिसमें मीडिया से जुड़े 12 लोगों को भी जगह दी गई है। देश के इन 12 मोस्ट पावरफुल मीडिया मुगल में शोभना का भी नाम शामिल किया गया है। शोभना भरतिया अपने फाउंडेशन द्वारा साहित्य, स्पोर्ट्स और विज्ञान संबंधि उपलब्धियों को प्रोमोट करने में सक्रिय भाग लेती हैं। राजनीतिक कैरियर 2005 में शोभाना पहले पद्मश्री पुरस्कार विजेता में से एक थे। पुरस्कार पत्रकारिता के लिए दिया गया था। अगले वर्ष, फरवरी 2006 में, शोभाणा को सोनिया गांधी की अध्यक्षता में सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सिफारिश पर, संसद के ऊपरी सदन, राज्यसभा में नामित किया गया था। साहित्य, विज्ञान, कला और सामाजिक सेवा के क्षेत्र से प्रतिष्ठित लोगों के लिए आरक्षित नामांकन को भारत के सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी कि वह "मीडिया बैरन" थीं, न कि एक पत्रकार, और वह राजनीतिक रूप से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से संबद्ध था। हालांकि, अदालत ने प्रवेश चरण में अपील को खारिज कर दिया और कहा कि "सामाजिक सेवा" का दायरा उसे शामिल करने के लिए काफी व्यापक था। उन्होंने "बाल विवाह (उन्मूलन) और विविध प्रावधान विधेयक, 2006" पेश किया। सम्मान और पुरस्कार o इन्हें वर्ल्ड इकनोमिक फोरम द्वारा वर्ष 1996 में ‘ग्लोबल लीडर ऑफ टुमॉरो’ अवॉर्ड दिया गया। o PHD चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने उन्हें ‘आउटस्टैंडिंग बिजनेस वूमन ऑफ द ईयर’ 2001 से सम्मानित किया| o नेशनल प्रेस इंडिया अवॉर्ड 1992 भी इन्हें मिला| o बिजनेस वूमन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया| o द इकोनॉमिक्स टाइम्स अवॉर्ड फॉर कॉर्पोरेट एक्सीलेंस 2007 से भी सम्मानित किया गया। o वर्ष 2005 में शोभना को पद्म श्री से सम्मानित किया गया| यह सम्मान उन्हें पत्रकारिता जगत में उनके योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा दिया गया| o वर्ष 2006 में उनके राज्य सभा के लिए मनोनित किया गया| o एसोचैम लेडीज लीग (ऑल) का दिल्ली वूमन ऑफ द डिकेड अचीवर्स अवार्ड-2013 से भी सम्मानित किया गया| ( 4 ) 3 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 3