निर्मला सीताराम जीवनी - Biography of Nirmala Seetharaman in Hindi Jivani Published By : Jivani.org निर्मला सीतारमन भारत की रक्षामंत्री हैं। सितंबर २०१७ में रक्षा मंत्री बनने से पहले वे भारत की वाणिज्य और उद्योग (स्वतंत्र प्रभार) तथा वित्त व कारपोरेट मामलों की राज्य मंत्री रह चुकी हैं। वे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से संबद्ध हैं तथा पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रह चुकी हैं। निर्मला सीतारमन भारत की पहली पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री हैं; हालांकि इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए अतिरिक्त कार्यभार के रूप में यह मंत्रालय संभाला था। निर्मला सीतारमन ने 1980 में सीतालक्ष्मी रामास्वामि कॉलेज, तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु से स्नातक की शिक्षा पूर्ण की।[निर्मला सीतारमन ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जनेवि) से अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विषय में एम॰फ़िल॰ की। निर्मला सीतारमन प्राइसवॉटरहाउस कूपर्स के साथ वरिष्ठ प्रबंधक (शोध एवं विश्लेषण) के तौर पर भी कार्य कर चुकी हैं। उन्होंने कुछ समय के लिए बीबीसी विश्व सेवा के लिए भी कार्य किया। निर्मला सीतारमन हैदराबाद में स्थित प्रणव स्कूल के संस्थापकों में से एक हैं व्यक्तिगत जीवन निर्मला सीताराम का विवाह डॉ॰ परकल प्रभाकर से हुआ जो जनेवि और लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स के पूर्व छात्र हैं। वो एक राजनीतिज्ञ, राजनीतिक टीकाकार, लोकप्रिय टीवी एंकर और एक बुद्धिजीवी हैं। वर्तमान में डॉ॰ परकला प्रभाकर राईटफोलियो जहाँ एक तरफ निर्मला सीतारमण का झुकाव भारतीय जनता पार्टी की तरफ था, दूसरी तरफ डॉ परकला प्रभाकर एक कांग्रेसी परिवार से थे. इनकी माता आन्ध्रप्रदेश में कांग्रेस की तरफ से विधायक भी रह चुकी हैं, और इनके पिता वर्ष 1970 के समय आन्ध्रप्रदेश की कांग्रेसी सरकार में मंत्री भी थे। वर्ष 1991 में निर्मला और इनके पति लन्दन से भारत लौटे और आँध्रप्रदेश के नर्सपुरम में रहने गये. इस समय निर्मला, जिन्हें बच्चे की आशा थी, वे अपनी मेडिकल के लिए मद्रास आ गयीं. इसी वर्ष मई 1991 में राजीव गाँधी की हत्या से इन्हें काफ़ी गहरा सदमा लगा और ये लगातार 1 सप्ताह तक हॉस्पिटल में ही रहीं. कालांतर में इन्हें एक बेटी हुई और ये परिवार हैदराबाद में रहने लगा। राजनैतिक करियर की शुरुआत : निर्मला सीतारमन ने वर्ष 2006 में बीजेपी में शामिल हुई. वह राजनीति के शुरुआती दिनों में वे रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में बीजेपी की प्रवक्ता चुनी गई. वह अपनी कावीलियत उपलब्धियों के दम पर पार्टी में लगातार सफलता की नई सीढ़ियां चढ़ती चली गईं. वह 2003 से 2005 तक राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्या रह चुकी हैं। इसके साथ ही वह भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता के साथ-साथ भआरत की वाणिज्य और उद्योग(स्वतंत्र प्रभार) एवं कॉर्पोरेट मामलों की राज्यमंत्री भी रही हैं। इसके बाद उनकी प्रतिभा को देखते हुए प्रधानमत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा उन्हे 03 सितम्बर 2017 को भारत सरकार में रक्षा मंत्री जैसे हम पद पर प्रोन्नति कर दी। वह वर्तमान में कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य हैं। महिला शक्ति का उत्थान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की अगुवाई वाली पिछली तीन सरकारों ने हमेशा महिलाओं के हाथों में मंत्रालय की बागडोर सौंपी है, जिन्हें राजनीतिक अभिव्यक्ति में नम्र शक्ति के नजरिए से देखा जाता है। जैसे कि इस पद को सीतारमन के हाथों में सौंपना सकारात्मक कदम कहा जा सकता है। इनको रक्षा मंत्री का पद मिलने के कारण वर्तमान रक्षा मंत्रिमंडल समिति (सीसीएस) में, दो महिलाएं सीतारमन और केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शामिल हो गई है। निर्मला सीतारमण राजनीति से राजनीति से परे निर्मला सीतारमण एक बहुत अच्छी पाठक हैं. इन्हें किताबे पढना बहुत पसंद है, इसके अलावा इन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत में भी काफ़ी रूचि हैं. ये अक्सर भगवन श्रीकृष्ण के भजन सुनतीं रहती हैं और इनके पास बहुत ही अच्छा भजन संग्रह है. ये अपने परिवार को भी काफ़ी समय देती हैं और अपने राजनैतिक जिम्मेवारियां भी अच्छे से निभाती हैं. इस तरह से ये समझा जा सकता है कि इन्होंने अपने करियर और परिवार दोनों में काफ़ी बेहतर संतुलन बनाया है। कमजोरी को भांपकर उस पर किया काम दक्षिण भारत से होने के कारण उनकी हिंदी कमजोर थी, इस बात का उन्हें अहसास था. राजनीति में लगातार मेहनत के साथ ही उन्होंने अपनी हिंदी पर भी काम किया और भाषा पर पकड़ बना ली. निर्मला सीतारमन के बारे में कहा जाता है कि वे अपनी प्रेस रिलीज खुद लिखती हैं. मीडिया में कुछ भी जाने से पहले उसे एक बार एडिट जरूर करती हैं. राजनीतिक जीवन के इतर वे संगीत की बेहद शौकीन हैं. वे कृष्ण के भजन सुनना पसंद करती हैं. राजनीतिक जीवन और पारिवारिक जीवन में बैलेंस बनाना भी उन्हें बखूबी आता है. सीतारमन के बारे में कुछ तथ्य सीतारमन का जन्म मंदिरों के शहर तमिलनाडु के मदुरई में हुआ था और अपनी हाल ही की सफलता के साथ, अब वह विश्व की तीसरी सबसे बड़ी रक्षा बल का नेतृत्व करेंगी। भारतीय सशस्त्र बलों के विभिन्न पदों पर लगभग 1.4 मिलियन सैनिक काम कर रहे हैं। सीतारमन ने त्रिची के सीतालक्ष्मी रामास्वामी महाविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक किया। स्नातकोत्तर के बाद उन्होंने अर्थशास्त्र से एम. फिल की पढ़ाई पूरी की और सीतारमन का एम. फिल में पसंदीदा विषय इंडो-यूरोपीयन व्यापार था। निर्मला सीतारमन के कैरियर से जुड़े कुछ मुख्य बिन्दु – निर्माल सीतारमण का जन्म तमिलनाडु में हुआ और शादी आंध्रप्रदेश में. निर्माल सीतारमण ने 1980 में जेएनयू से एमए किया और बाद में ‘गेट फ्रेमवर्क के अंदर भारत-यूरोप टेक्सटाइल व्यापार’ पर पीएचडी की. निर्मला ने लंदन में प्राइसवाटरहाउसकूपर्स रिसर्च में काम किया. कुछ समय बाद वे पति के साथ हैदराबाद लौट आईं. यहां उन्होंने एक स्कूल खोला और पब्लिक पॉलिसी संस्थान खोला. 2006 में राष्ट्रीय महिला आयोग में कार्यकाल खत्म होने के बाद वे बीजेपी से जुड़ गईं. 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले उन्हें प्रवक्ता बना दिया गया. हिंदी ना जानने के बावजूद निर्मला ने अपनी बोलने की शैली से अपनी छाप छोड़ी. इस दौरान वे टीवी पर बीजेपी का बड़ा चेहरा थीं. मई 2014 मोदी सरकार बनने पर उन्हें वाणिज्य राज्य मंत्री बनाया गया. 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