चेतेश्वर पुजारा जीवनी - Biography of Cheteshwar Pujara in Hindi Jivani Published By : Jivani.org चेतेश्वर अरविंद पुजारा (जन्म : २५ जनवरी १९८८, राजकोट, गुजरात) एक भारतीय टेस्ट क्रिकेट खिलाड़ी हैं। पुजारा एक दाँये हाथ के बल्लेबाज हैं, जो घरेलू क्रिकेट में सौराष्ट्र और इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू की ओर से खेलते हैं। टेस्ट क्रिकेट में पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ २०१० की घरेलू शृंखला के दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच में पदार्पण किया। घायल वी वी एस लक्ष्मण के स्थानापन्न के तौर पर शामिल पुजारा पहली पारी में केवल तीन गेंदों का सामना कर एक चौके की सहायता से चार रन बनाकर आउट हो गये। पुजारा ऐसे पाँचवें भारतीय बल्लेबाज़ हैं जिसने अपनी पहले ही मैच में चौथी पारी में अर्द्धशतक बनाया। चेतेश्वर पुजारा का टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक स्कोर २०६ है। ये अब तक अपने टेस्ट क्रिकेट कैरियर में कुल २ दोहरे शतक लगा चुके हैंजो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। चेतेश्वर पुजारा का जन्म 25 जनवरी 1988 में राजकोट में हुआ। उनके पिता अरविन्द शिवलाल पुजारा एक रणजी खिलाडी थे, जो सौराष्ट्र की तरफ से खेलते थे। मां का सपना पूरा करना एकमात्र मकसद रानी पुजारा को कैंसर था और जब 2005 में अंडर-19 का मैच खेल कर लौटे तो उन्हें पता चला कि मां अब इस दुनिया में नहीं हैं।बस उसके बाद से ही पुजारा की लाइफ का एक ही मकसद था, मां के सपने को पूरा करना और वो सपना मां की मौत के बाद पांच साल बाद पूरा हुआ। इसलिए पुजारा के लिए क्रिकेट केवल एक खेल नहीं बल्कि एक पूजा है। मां रीना की दुआएं.. पुजारा की इस सफलता के पीछे जितनी उनकी मेहनत हैं उससे कहीं ज्यादा उनकी मां रीना की दुआएं हैं। पुजारा ने एक बार कहा था कि मां मुझे देश के लिए खेलते देखना चाहती थीं, लेकिन जिस दिन मुझे ये मौका मिला, उस दिन अफसोस मेरी मां मेरे साथ नहीं थीं। मेरे पिता बेहद अनुशासित और सख्त कोच पुजारा ने कहा था कि मेरे पिता अरविंद पुजारा बेहद अनुशासित और सख्त कोच हैं, हम आज भी फोन पर खेल के तकनीकी पक्षों की चर्चा करते हैं, सच कहूं तो वो ही मेरे गुरू और मेंटर हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2010 की घरेलू सीरीज टेस्ट क्रिकेट में पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2010 की घरेलू सीरीज के दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच में पदार्पण किया। घायल वी वी एस लक्ष्मण के स्थान पर शामिल पुजारा पहली पारी में केवल तीन गेंदों का सामना कर एक चौके की सहायता से चार रन बनाकर आउट हो गये थे। पुजारा ऐसे पांचवें भारतीय बल्लेबाज़ हैं जिसने अपनी पहले ही मैच में चौथी पारी में अर्द्धशतक बनाया। करियर चेतेश्वर पुजारा को क्रिकेट की काफी रूचि है। अल्पायु में ही अंडर-14 की टीम में उन्होंने अपने नाम एक तिहरा शतक कर लिया था। अंडर-19 में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने दोहरा शतक बनाया। सन 2005 में उन्होंने क्रिकेट में अपने करियर की शुरुवात की। 2005 में क्रिकेट करियर की शुरुवात करते ही सन 2006 में उन्हें एक लंबा ब्रेक मिल गया। इसके बाद अंडर-19 वर्ल्ड कप में उन्होंने 350 रन बनाकर मैन ऑफ़ दी सीरीज का भी ख़िताब जीता। क्वार्टरफाइनल में उन्होंने वेस्ट इंडीज के खिलाफ 97 रन और सेमीफाइनल में 129 रनों की नाबाद पारी खेली और इससे भारत ने वह मैच 234 रनों के विशाल अंतर से भी जीता। अक्टूबर 2010 में बैंगलोर में टेस्ट मैच में पर्दापण किया। अक्टूबर 2011 में BCCI ने उन्हें सी-ग्रेड नेशनल कॉन्ट्रैक्ट से सम्मानित किया। जबकि अगस्त 2012 में उन्होंने न्यू ज़ीलैण्ड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में वापसी की और शतक भी जड़ा। इसके बाद नवम्बर 2012 में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने पहला दोहरा शतक बनाया। 2012 की NKP साल्वे चैलेंजर ट्रॉफी के वे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज थे, जिनमे उन्होंने 2 शतक और 1 अर्धशतक बनाया। और फिर मार्च 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने दूसरा दोहरा शतक बनाया। उनके द्वारा बनाए गये दोनों दोहरे शतक वाले मैचों में भारत को जीत मिली और उन्हें मैन ऑफ़ दी मैच का भी अवार्ड दिया गया। युवा खिलाड़ियों को देते हैं मुफ्त ट्रेनिंग चेतेश्वर उनके पिता Arvind Pujara और चाचा Bipin ने राजकोट में Cheteshwar Pujara Cricket Academy खोली है। Rajkot City से लगभग 16 किलोमीटर दूर स्थित इस एकेडमी में युवा खिलाड़ियों (Youngsters) को निशुल्क (Free Of Cost) प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इस Academy मेें चुने जाने वाले युवा खिलाड़ियों को घर से Academy लाने और फिर Academy से घर ले जाने के लिए मुफत वाहन की व्यवस्था भी की गई है, जो हर दिन दो बार यह काम करता है। Cheteshwar Pujara Cricket Academy में क्रिकेट सीखने की सभी आधारभूत सुविधाओं (basic facilities) की व्यवस्था की गई है। इसके मैदान में 70 गज की boundary भी है और पांच turf pitches हैं, जिनमें खिलाड़ी प्रैक्टिस कर सकते हैं। इन पांच मैदानी tracks के अलावा एक कोने में net practice के लिए चार turf पिचें और दो cement pitches भी यहां हैं। एकेडमी में बल्लेबाजी का अभ्यास कराने वाली bowling machine के अलावा शारीरिक फिटनेस और व्यायाम के लिए स्तरीय पकरणों (equipment) वाले जिम की सुविधा भी मौजूद है। खिलाड़ियों को ट्रेनिंग जर्सी और जूते भी एकेडमी की तरफ से उपलब्ध कराए जाते हैं। उन्होंने Rajkot-Jamnagar highway पर 6 एकड़ जमीन खरीदी और उसमें युवाओं को ट्रेनिंग देना शुरू किया। अब यहां न सिर्फ भुज और आस—पास के इलाकों के युवा क्रिकेटर ट्रेनिंग ले रहे हैं, बल्कि उत्तरांचल व अन्य राज्यों के भी कुछ बच्चे इसमें अपनी प्रतिभा निखार रहे हैं। चेतेश्वर के पिता Arvind Pujara और चाचा Bipin Pujara यहां नियमित रूप से ट्रेनिंग देते हैं। चेतेश्वर पुजारा को भी जब अपनी क्रिकेट व्यस्तताओं से समय मिलता है तो युवाओं को खेल के गुर सिखाने पहुंच जाते हैं। ( 13 ) 1 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 5