पेले जीवनी - Biography of Pelé in Hindi Jivani Published By : Jivani.org नाम : एडिसन “एडसन” अरांटिस डो नैसिमेंटो. जन्म : 23 अक्टूबर, 1940. ट्रेस कोराकोस. पिता : जो रैमोस डो नैसिमैंटो. माता : सेलेस्टे अरांटिस. पत्नी : रोजमेरी डोस के साथ. पेले एक इनसाइड सेकंड फार्वर्ड के रूप में खेलते थे, जिसे प्लेमेकर का नाम भी दिया जाता है. पेले की तकनीक और प्राकृतिक जोशीलेपन की विश्वभर में प्रशंसा की गई है और उनके खेल के वर्षों में वे अपनी श्रेष्ठ ड्रिबिंग और पासिंग, अपनी रफ्तार, शक्तिशाली शाट, असाधारण सिर से मारने की क्षमता और गोल बनाने की उर्वरता के लिये मशहूर थे. 1959 में उन्होंने Santos क्लब की ओर से पहला मैच खेला और पहला गोल भी किया और फिर सफलताओं के शिखर की ओर बढ़ते गए. मात्र 16 वर्ष की आयु में पेले अपने देश की राष्ट्रीय टीम के सदस्य बने और शीघ्र ही सफलाताओं के शिखर पर पहुंच गये. 1969 में उन्होंने अपना 1000 वां गोल किया, जब वे अपना 909वां प्रथम श्रेणी मैच खेल रहे थे.पेले के नेतृत्व में ब्राजील ने फुटबाल में कई उल्लेखनीय सफतायें प्राप्त कीं. उन्होंने अपने संपूर्ण जीवन में 1363 मैच खेले और 1281 गोल किये. आरंभिक जीवन : पेले का जन्म ट्रेस कोराकोस, ब्राजील में एक फ्लुमिनेंस फुटबॉल खिलाड़ी डोन्डीन्हो (जन्म नाम जो रैमोस डो नैसिमैंटो) और डोना सेलेस्टी अरांटिस के पुत्र के रूप में हुआ. उनका नाम अमरीकी अन्वेषक थामस एडीसन के नाम पर एडीसन रखा गया. लेकिन उनके माता-पिता ने नाम में से अंग्रेजी अक्षर 'i' को निकाल कर 'एडसन' ऱखने का निश्चय किया, लेकिन उसके जन्म के प्रमाणपत्र में एक त्रुटि रह गई जिससे कई कागजातों में उनका नाम एडसन न होकर एडीसन ही रहा. उसके परिवार ने मूल रूप से उन्हें उपनाम डिको दिया था. उनका उपनाम ‘पेले’ उन्हें स्कूल के दिनों में प्राप्त हुआ, जो यह दावा किया जाता है कि उन्हें उनके पसंदीदा खिलाड़ी, स्थानीय वास्को दा गामा के गोलकीपर बिले के नाम का गलत उच्चारण करने के कारण दिया गया था – लेकिन जितना वे मना करते थे यह नाम उतना ही उनसे जुड़ता गया. अपनी आत्मकथा में, पेले ने कहा है कि उन्हें और न ही उनके मित्रों को पता था कि इस नाम का क्या अर्थ था. इस दावे के सिवाय कि यह नाम बिले से उत्पन्न हुआ है और यह चमत्कार के लिये हिब्रू शब्द है, पुर्तगाली भाषा में इस शब्द का कोई ज्ञात अर्थ नहीं है. पेले अपने व्यक्तिगत जीवन में बहुत ही खुले विचारों वाले थे. उनकी 3 शादियाँ हुई. उनकी पहली शादी रोज़मेरी डोस रईस चोल्बी के साथ सन 1966 में हुई. इससे उन्हें 2 बेटियां भी हुई, किन्तु सन 1982 में उनका तलाक़ हो गया. सन 1981 से 1986 तक वे उनकी दोस्त क्सुक्सा के साथ रोमांटिकली इन्वोलव्ड थे, जिससे उन्हें एक मॉडल बनने के लिए सहायता प्राप्त हुई. क्सुक्सा सिर्फ 17 वर्ष की थीं, जब पेले ने उनके साथ डेट शुरू की. इसके बाद सन 1994 में, उन्होंने मनोवैज्ञानिक और सुसमाचार गायक अस्सिरिया लेमोस सेइक्सास के साथ शादी की. उन्होंने 2 जुड़वाँ बच्चों को जन्म दिया. इसके बाद वे अलग – अलग हो गए. हालही में सन 2016 को पेले ने मर्सिया ओकी से शादी की है. यह उनका अब तक का व्यक्तिगत जीवन रहा. करियर : सैंटोस सन 1959 में उनके पौलिस्ता के ख़िताब को बरकरार रखने में असमर्थ थे, जिससे उनकी सफलता के सपने की दोड़ पर रोक लग गई थी. लेकिन सन 1960 में उन्होंने अपनी पूरी ताकत के साथ खेल को जारी रखा और खेल के मैदान में अपना आसाधारण प्रदर्शन दिखाया, जिससे सैंटोस को यह खिताब वापस पाने में मदद मिली. क्लब ने एक टॉप स्कोरर के रूप में उनके साथ टाका ब्रासील जीता. यह वह जीत थी जिसमे सैंटोस को कोपा लीबरताडोरेस, दक्षिण अमेरिका के प्रमुख क्लब फुटबॉल टूर्नामेंट खेलने में मदद मिली थी. वर्ष 1962 उनके कैरियर का सबसे अच्छा क्लब वर्ष था. उन्होंने न केवल सैंटोस को कोपा लीबरताडोरेस प्रतियोगिता में एक रोमांचक जीत दर्ज करने के लिए निर्देशित किया, बल्कि उन्होंने क्लब की सन 1962 इंटरकांटिनेंटल कप और कम्पेओनटो ब्रसिलिएरो पर जीत दिलाने में मदद की. घरेलू लीग में पेले सैंटोस के लिए अपने कैरियर की शुरुआत सिर्फ 16. वह जब तक 1972-73 सत्र से ब्राजील लीग सांटोस के लिये खेला आयु वर्ग बना दिया | पेले लाभप्रद अमेरिकी लीग में अपने कैरियर समाप्त हो गया। 1975 में, वह न्यूयॉर्क Cosmos के लिए हस्ताक्षर किए और तीन सत्रों निभाई। उनकी सेवानिवृत्ति के वर्ष – वह 1977 में अमेरिका खिताब के लिए न्यू यॉर्क में Cosmos का नेतृत्व किया। 1992 में, पेले पारिस्थितिकी और पर्यावरण के लिए एक संयुक्त राष्ट्र के राजदूत नियुक्त किया गया। उन्होंने यह भी एक यूनेस्को के सद्भावना राजदूत नियुक्त किया गया। उन्होंने न केवल अपनी पीढ़ी के सबसे प्रतिभाशाली फुटबॉल खिलाड़ी में से एक यह भी एक सौम्य व्यवहार आदमी है जो एक सकारात्मक प्रभाव के लिए उनकी ख्याति और प्रतिष्ठा का इस्तेमाल किया है. 1964 में अर्जेन्टाइना के विरुद्ध खेलते हुए इन्हें विपक्षी टीम का खिलाडी बार-बार किक मारता था । रैफरी ने उस खिलाडी को निकालने की बजाय पैले को निकालकर यह साबित करना चाहा कि लोग उरो पैले को निकालने वाले रैफरी के रूप में पहचानें । पैले में देशप्रेम की भावना कूट-कूटकर भरी थी । इनका खेल देखकर इटली के एक क्लब ने इन्हें साल-नुार के लिए 25 लाख रुपये देने का प्र२त्ताव रखा । एक अल्लीयर्स क्लब ने तो इन्हें पेट्रोल और कोयले से पास एक जहाज देने का प्रलोभन भी दिखाया । पैले ने 14 वर्षो तक अपने देश का नेतृत्व किया । अपने खेल जीवन में पैले ने 1959 में 126 गोल किये । 1969 को इन्होंने 1 हजार 131 गोल करके फुटबाल से संन्यास लेने की घोषणा की । इनकी इस घोषणा से ब्राजीलवासी फूट-फूटकर रो पड़े थे । इनके देश में तो फुटबाल की ऐसी दीवानगी है कि लोग हारने पर आत्महत्या तक कर लेते हैं और जीतने पर नाचते, गाते, हुडदंग, करते सड़क पर नजर आते हैं । फुटबाल तो वहा का राष्ट्रीय खेल है । बचपन से निर्धन पैले ने फुटबाल खेलकर अपार धन कमाया । इनके दीवाने प्रशंसकों ने इन्हें 1 लाख 12 हजार 500 का मुकुट 1970 में पहनाकर सम्मानित किया । इनके उपस्थित होने मात्र से ही ब्राजील की टीम ने 3 यार विश्व विजेता होने का गौरव हासिल किया । विचार : • खेल कुछ ऐसा है जो युवाओं के लिए बेहद प्रेरणादायक है। • ब्राज़ील फुटबॉल खाता, सोता और पीता है। यह फुटबॉल जीता है। • बहुत से लोग सोचते हैं कि जो बहुत सारे गोल करता है, “वह एक महान खिलाड़ी है ” , क्योंकि गोल बहुत ज़रूरी है , लेकिन एक महान खिलाड़ी वो है जो मैदान में हर एक चीज कर सके। वह साथी खिलाड़ियों की सहायता कर सके , उनका हौंसला बढ़ा सके , उनके अंदर आगे बढ़ने का आत्मविश्वास दे सके। वो कोई ऐसा होता है , जो टीम के अच्छा ना करने पर , उसका लीडर बन सके। • हमेशा से मेरी एक फिलोसोफी रही है जो मुझे मेरे पिता से मिली थी। वो कहा करते थे , सुनो। भगवान ने तुम्हे फुटबॉल खेलने का उपहार दिया है। ये भगवान की तरफ से तुम्हारा गिफ्ट है , अगर तुम अपनी सेहत का ध्यान रखो , अगर तुम हमेशा अच्छे शेप में रहो , तो भगवान के उपहार के साथ कोई तुम्हे रोक नहीं पायेगा, लेकिन तुम्हे तैयार रहना होगा। • पृथ्वी पर हर एक चीज एक खेल है। एक खत्म हो जाने वाली चीज। हम सभी एक दिन मर जाते हैं। हम सभी का एक ही अंत है , नहीं ? • आपको लोगों का सम्मान करना चाहिए और शेप में रहने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। और मैं बहुत मेहनत से प्रशिक्षण लिया करता था। जब बाकि खिलाड़ी ट्रेनिंग के बाद बीच पर चले जाया करते थे , तब भी मैं वहां बॉल किक किया करता था। • उत्साह सबकुछ है। ये गिटार के तार की तरह कसा और वाइब्रेट करता हुआ होना चाहिए। • मुझे नहीं लगता की मैं एक बहुत अच्छा बिजनेसमैन हूँ। मैं बहुत अधिक अपने दिल से काम करता हूँ • अगर मैं एक दिन मर जाऊं तो मैं ख़ुशी से जाऊँगा क्योंकि मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश की। • हमेशा से मेरी एक फिलोसोफी रही है जो मुझे मेरे पिता से मिली थी। वो कहा करते थे , सुनो। भगवान ने तुम्हे फुटबॉल खेलने का उपहार दिया है। ये भगवान की तरफ से तुम्हारा गिफ्ट है , अगर तुम अपनी सेहत का ध्यान रखो , अगर तुम हमेशा अच्छे शेप में रहो , तो भगवान के उपहार के साथ कोई तुम्हे रोक नहीं पायेगा, लेकिन तुम्हे तैयार रहना होगा। • अभ्यास ही सबकुछ है। • इसमें कोई शक नहीं कि मैंने कभी जितना पैसा फुटबॉल खेल के नहीं कमाया उससे अधिक विज्ञापन कर के कमा रहा हूँ। • मैं कभी-कभी रात में लेटे-लेटे सोचता हूँ कि मैं अभी भी इतना प्रसिद्ध क्यों हूँ और ईमानदारी से कहूँ तो मूझे नहीं पता। • मुझसे लगातार व्यक्ति विशेष के बारे में पूछा जाता है। जीतने का एक ही तरीका है टीम के रूप में जीतो। फुटबॉल एक दो या तीन स्टार खिलाडियों के बारे में नहीं है। “ब्लैक डायमण्ड” तथा ”फुटबाल किंग” के नाम से विभूषित किये जाने वाले पैले इतना धन, प्रसिद्धि पाकर भी अत्यन्त विनम्र, सहृदय व सहज हैं । विज्ञापनों, शराब तथा तम्बाकू सेवन से जीवन-भर दूर रहने वाले पैले ने जब संन्यास लिया, तो यूगोस्लोवाकिया के राष्ट्रपति टीटो ने इन्हें राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया । ( 13 ) 11 Votes have rated this Naukri. 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