अचंत शरत कमल जीवनी - Biography of Sharath Kamal Achanta in Hindi Jivani Published By : Jivani.org अचंत शरत सुर्खियों में तब आए जब उन्होंने भारत को पहली बार व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जिताया । उन्होंने यह पदक 2006 के राष्ट्रमंडल खेलों में मेलबर्न में जीता था । व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने के अतिरिक्त अंचत ने सिंगापुर के विरुद्ध भारतीय टेबिल टेनिस को जिताने में महत्त्वपूर्ण रोल अदा किया । अचंत शरत ने अपनी योग्यता तभी साबित करनी शुरू कर दी थी जब उन्होंने तमिलनाडु राज्य के खिताब पर सीनियर कैटेगरी में कब्जा कर लिया था । उन्होंने 2003 में टेबिल टेनिस की राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती थी । इसके पश्चात् 2004 में शरत कमल ने कुआलांलपुर में हुई 16वीं राष्ट्रमंडल टेबिल टेनिस चैंपियनशिप में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता । अचंत शरत कमल ने यह पदक जीत कर प्रथम भारतीय खिलाड़ी होने का गौरव पाया । उनकी सफलता को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें ‘अर्जुन पुरस्कार’ देकर सम्मानित किया । अचंत शरत इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन में सेवारत हैं । अचंत शरत कमल का जन्म 12 जुलाई, 1982 को चेन्नई, तमिलनाडु में हुआ था। यह राष्ट्रमडंल खेलों में टेबल टेनिस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक पाने वाले प्रथम भारतीय खिलाड़ी हैं। अचंत शरत सुर्खियों में तब आए, जब इन्होंने भारत को पहली बार व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जिताया। अचंत शरत ने यह पदक 2006 के राष्ट्रमंडल खेलों में मेलबर्न में जीता था। व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने के अतिरिक्त अंचत ने सिंगापुर के विरुद्ध भारतीय टेबल टेनिस को जिताने में महत्त्वपूर्ण रोल अदा किया। अचंत शरत 'इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन' में सेवारत हैं। अचंत शरत ने अपनी योग्यता तभी साबित करनी शुरू कर दी थी, जब इन्होंने तमिलनाडु राज्य के खिताब पर सीनियर कैटेगरी में कब्जा कर लिया था। शरत ने 2003 में टेबल टेनिस की राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती थी। उन्होंने एथेंस में 2004 के ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया और अभी भी शीर्ष भारतीय टीटी प्लेयर है उन्होंने कतर में 2006 एशियाई खेलों में भी देश का प्रतिनिधित्व किया। वर्ष 2007 में वह उत्तर कोरिया के प्योंगयांग में आयोजित प्योंगयांग इन्वेटेशनल टूर्नामेंट जीतने वाले पहले भारतीय थे। यह टूर्नामेंट का 21 वां संस्करण था जिसे अगस्त 2007 में आयोजित किया गया था। विश्व सर्किट पर उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जून 2007 में आयोजित जापान प्रो टूर में आया था, जहां उन्होंने विश्व नंबर 1 9, ली जंग वू (दक्षिण कोरिया) को हराया था। इस जीत के बाद वह विश्व की 73 वें स्थान पर अपनी कैरियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग तक पहुंचे और जनवरी 2011 में उनकी रैंकिंग 44 है। संयोग से, 2008 में बीजिंग ओलंपिक के लिए चयन करने वाले शरथ एकमात्र भारतीय पुरुष टेबल टेनिस खिलाड़ी थे। 2010-11 के मौसम में उन्होंने टीएसवी ग्रॉफ़फिंग के लिए जर्मन प्रमुख लीग (बुंडस्लिगा) में भी खेला और लीग में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक है, जो जर्मन टीटी खिलाड़ियों के शीर्ष पर जीत हासिल कर रहा है। उन्होंने 2011-12 के सत्र में एसवी वर्डर ब्रेमेन के लिए खेले। 2012 - 13 के दौरान, वह ब्रुसेशिया डसेलस्फोर्फ के लिए साइन करने के लिए मई 2013 में जर्मनी लौटने से पहले स्वीडिश लीग में खेले "रेकॉर्डमेस्टर" के रूप में जाना जाता है, बोरुसिया डसेलसोर्फ यूरोप में सबसे अच्छे क्लबों में से एक है। शरथ और टीम ने जर्मनी के लिए एक प्रतिष्ठित कप टूर्नामेंट वर्ष 2013 के लिए ड्यूश पोकल जीता। वर्तमान में टीम बुंडेस्लीगा सीज़न 2013 â € "14 में दूसरे स्थान पर है। राष्ट्रमंडल खेल इसके पश्चात् 2004 में शरत कमल ने क्वालांलपुर में हुई 16वीं राष्ट्रमंडल टेबल टेनिस चैंपियनशिप में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता। अचंत शरत कमल ने यह पदक जीत कर प्रथम भारतीय खिलाड़ी होने का गौरव पाया। पुरस्कार 2003 में शरत कमल ने टेबिल टेनिस की राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती । 2004 में कुआलांलपुर में राष्ट्रमंडल टेबिल टेनिस चैंपियनशिप में उन्होंने पुरुषों की एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता | यह पदक जीत कर वह राष्ट्रमडंल खेलों में स्वर्ण पदक पाने वाले प्रथम भारतीय टेबिल टेनिस खिलाड़ी बन गए | वर्ष 2004 में उन्हें ‘अर्जुन पुरस्कार’ प्रदान किया गया । मेलबर्न में हुए 2006 के राष्ट्रमडंल खेलों में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता | करियर से जुडी बातें 1. अचंता का जन्म 12 जुलाई 1982 को हुआ। वे घर पर तेलगु भाषा का इअस्तेमाल करते हैं। 2. उन्होंने अपने स्कूल की पढाई PSBB स्कूल से की और ग्रेजुएशन चेन्नई के लोयला कॉलेज से की। 3. अचंता शरत कमल, भारत की ओर से खेलने वाले सबसे अच्छे खिलाडी है। मई 2015 में उनकी रैंकिंग 32 थी लेकिन 2016 में यही रैंकिंग 69 वे स्थान पर था। 4. साल 2004 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार मिला और वें इंडियन आयल कारपोरेशन में अफसर की पोजीशन पर काम कर रही है। 5. यूरोपियन लीग जैसे स्वीडन और स्विस के लिए भी खेल चुके हैं। वें अभी जर्मनी के डसेलडोर्फ में रहते हैं और बुंदेसलीगा में बोरुसिया डसेलडोर्फ क्लब की ओर स्व खेलते हैं। 6. उन्होंने 2010 में मिशिगन में आयोजित US टेबल टेनिस चैंपियनशिप जीती। उसी साल उन्होंने मिस्र ओपन भी जीता। ITTF प्रो टूर पर सिंगल ख़िताब जीतनेवाले वें पहले भारतीय बने। उन्होंने पुरुषों के टीम की भी अगुवाई की, जिसने नौ बार की चैंपियन इंग्लैंड को हराया। 7. 2006 के मेलबॉर्न, कामनवेल्थ खेल में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के विलियम हेंज़ेल को उनके घरेलू दर्शकों के सामने फाइनल में मात देकर स्वर्ण पदक जीता। 8. सुभाजीत साहा के साथ मिलकर 2010 में दिल्ली के कामनवेल्थ खेल के टीम इवेंट में उन्होंने स्वर्ण जीता। 9. 2004 के एथेंस समर ओलंपिक्स और 2006 के क़तर एशियाई खेलों में वें भारत की ओर से खेलने गये। 10. बीजिंग ओलंपिक्स में भारत की ओर से टेबल टेनिस खेलनेवाले वें एकमात्र खिलाडी थे। ( 13 ) 1 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 2