महेश भूपति जीवनी - Biography of Mahesh Bhupathi in Hindi Jivani Published By : Jivani.org महेश भूपति एक भारत के पेशेवर टेनिस खिलाड़ी हैं। लिएंडर पेस के साथ मिलकर उन्होंने तीन डबल्स खिताब जीते हैं जिनमें 1999 का विबंलडन का खिताब भी शामिल है। साल 1999 भूपति के लिए स्वर्णिम वर्ष साबित हुआ क्योंकि इसमें उन्होंने अमेरिकी ओपन मिश्रित खिताब जीता और फिर लिएंडर पेस के साथ रोलां गैरां और विंबलडन समेत तीन युगल ट्राफी अपने नाम की। वह और पेस सभी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों के फाइनल में पहुंचने वाली पहली युगल जोड़ी बने थे। साल 1999 में ही दोनों को युगल की विश्व रैंकिंग में पहली भारतीय टीम बनने का गौरव हासिल हुआ। ओपन युग में 1952 के बाद यह पहली उपलब्धि थी। हालांकि बीच के सालों में महेश भूपति और लिएंडर पेस के बीच कुछ मतभेद हो गए जिसकी वजह से दोनों ने एक-दूसरे के साथ खेलना बंद कर दिया पर 2008 बीजिंग ओलंपिक्स के बाद से उन्होंने पुनः साथ-साथ खेलना शुरू कर दिया। महेश भूपति का जन्म 7 जून 1974 को मद्रास में हुआ। 14 वर्ष की उम्र में अंतराष्ट्रीय टेनिस करियर की शुरुआत करने वाले भूपति ने अपनी मेहनत से टेनिस में कई खिताब अपने नाम किए। महेश भूपति ने 1999 का फ्रेंच ओपन और विम्बलडन का ग्रैंड स्लेम का डबल का खिताब लिएंडर पेस के साथ जोड़ी बनाकर जीता। 2001 में भी उन्होंने लिएंडर पेस के साथ साथ जोड़ी बनाकर फ्रेंच ओपन के खिताब पर कब्जा किया। लिएंडर पेस मतभेदों के बाद उन्होंने बेलारूस के मैक्स मिरनी के साथ जोड़ी बनाकर 2002 का यूएस ओपन का खिताब जीता। मिक्स डबल्स में भी उन्होंने 8 ग्रैंड स्लेम खिताब अपने नाम किए हैं। इनमें 2009 ऑस्ट्रेलियन ओपन और 2012 फ्रेंच ओपन में उनकी जोड़ीदार सानिया मिर्जा थी। 2008 के ऑस्ट्रेलियन ओपन में यह जोड़ी रनरअप रही थी। लिएंडर ने 1996 में भूपति के साथ युगल वर्ग का ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने की भविष्यवाणी की थी, तब उसका अच्छा-खासा मजाक बनाया गया और उसे छोटा मुंह बड़ी बात कहा गया क्योंकि उस समय इनकी जोड़ी विश्व क्रम में 80वें क्रम पर थी । परन्तु दोनों ने हिम्मत नहीं हारी और सफलता के शिखर पर चढ़ते चले गए । इसके पूर्व किसी भारतीय जोड़ी का एक या दो चक्र जीतना ही बहुत बड़ी बात समझी जाती थी । परन्तु लिएंडर और महेश भूपति की जोड़ी ने आठ ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों में से सात के सेमीफाइनल में प्रवेश किया, फिर उसके बाद पेस की कही बात सच साबित हुई जब इस युगल जोड़ी ने 1999 के फ्रेंच व विंबलडन खिताब जीते । ग्रैंड स्लैम के पहले पड़ाव आस्ट्रेलियाई ओपन में भी वह फाइनल में कड़े संघर्ष में हारी । महेश भूपति के बारे में कहा जाता है कि वह लिंएडर पेस के विपरीत अन्तर्मुखी व संवेदनशील इंसान हैं । उस में जबर्दस्त पेशेवर परिपक्वता है । महेश भूपति का पूरा नाम महेश श्रीनिवास भूपति है । उसकी रैंक युगल युगल खेल में नम्बर 1 है । उसके शौक नेट-सर्फिंग और क्रिकेट खेलना है । 1994-1995 में मिसीसिपी यूनीवर्सिटी में उसका दो वर्ष का शानदार कैरिया रहा । उसने ऑल अमेरिका का एकल व युगल खिताब 1995 में जीता । अली हमदेह के साथ जोड़ी बनाकर 1995 में एन.सी.सी.ए. की युगल चैंपियनशिप जीती । शादी महेश भूपति साल 2011 में लारा दत्ता के साथ शादी के बंधन में बंध गय। उनकी एक बेटी भी है-सायरा भूपति। उपलब्धियां : महेश ने 1991 में भारत का प्रतिनिधित्व किया 1992 की विबंलडन जूनियर डबल्स चैंपियनशिप में वह फाइनल में पहुंचे | इसी वर्ष उस चीनी ब मलेशियन सेटेलाइट प्रतियोगिता जीती । 1994 में अमेरिकन कालिजस्ट टूर्नामेंट जीता । उसी वर्ष इण्डोनेशियन ओपन की एकल चैंपियनशिप जीती । 1994 व 1995 में वह राष्ट्रीय चैंपियन बना | 1995 में डेविस कप में हांगकाग के विरुद्ध खेला । 1995 में अरूबा चैलेंजर में पेस के साथ युगल खिताब जीता । 1996 में पांच चैलेंजर युगल खिताब जीते । 1997 में जापान की राकी हिराकी के साथ फ्रेंच ओपन जीतने के साथ अपना ग्रैंड स्लैम का खिताबी सफर शुरू किया । 1997 में पेस के साथ खेलते हुए सात में छह ए. टी. सी. युगल खिताब पर कब्जा किया । जिससे इस युगल ने ए. टी. पी. विश्व डबल्स कप के लिए क्वालीफाई कर लिया । फाइनल में हार लीच स्टार्क से और टीम रैकिंग में पेस के साथ चौथे नम्बर पर रहे तथा एकल रैंकिंग में 11वें नम्बर पर रहे | 1997 में ही रोलैन्ड गैरर्स में मिश्रित युगल खिताब जीता । चिली की सिबर्सरीन को हरा कर भारत को डेविस कप में 3-2 से विजय दिलाई | 1998 में लॉस एंजोलिस में युगल चैंपियनशिप जीती | 1998 में 98 विश्व ग्रुप में 6-2 के रिकार्ड के साथ युगल मुकाबले में फाइनल में पहुंचे और ए. टी. पी. विश्व युगल चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया । 1999 का वर्ष उनके कैरियर का सर्वश्रेष्ठ वर्ष रहा जिसमें उन्होंने 1999 में तीन युगल खिताब जीते जिसमें रोलैण्ड गैरोस और विबंलडन शामिल है । इस वर्ष लिएंडर व भूपति की जोड़ी भारत की पहली जोड़ी बनी जो चारों ग्रैंड स्लैम मुकाबलों के फाइनल में पहुंची । 26 अप्रैल को इस जोड़ी की रैकिंग में नम्बर एक स्थान मिला । इस जोड़ी ने फ्रेंच व विबंलडन खिताब भी जीता । 1999 में ही यह जोड़ी यू. एस. ओपन व आस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंची | यह जोड़ी ए. टी. पी. वर्ल्ड चैंपियनशिप के में फाइनल में हार गई । 1999 के नवम्बर माह में भूपति की कंधे की सर्जरी की गई । बड़े-बड़े मुकाबले जीतने के कारण इस जोडी को 6,18,004 डालर की राशि पुरस्कार में मिली । ( 13 ) 8 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 2