गणुगपति श्रीराम सुब्बाराव की जीवनी - Biography of Ganugapathy Shriram Subbarao in hindi jivani Published By : Jivani.org नाम : गणुगपति श्रीराम सुब्बाराव जनम तिथी : 21 अगस्ता 1937 ठिकाण : आंध्रप्रदेश, कोलावनू, भारत व्यावसाय : रसायनतज्ञ पत्नी : लक्ष्मी सिता वल्लूरी प्रारंभिक जीवनी : जी. एस. आर. सुब्बाराव का जनम 21अगस्ता 1937 को दक्षिण भारत के आंध्रप्रदेश राजया के कोलावतू मे हुआ था | उन्होंने अपने कॉलेज कि पढाई आंध्र विश्वाविदयालय से कि थी | उन्होंने 1957 मे रसायन शास्त्र मे स्त्रातक किया और इसके बाद मास्टार डिग्री प्राप्त कि थी | 1959 मे उन्हेांने एल राचंद्र रो के मार्गदर्शन मे डॉक्टरेट कि पढाई के लिए दाखिला लिय था | और 1962 मे डॉक्टर ऑफ साइंस कि डिग्री हासिल कि थी | उन्होंने आर्थर जे बिर्च कि प्रयोगशला मे पोस्ट डॉकटरेल अध्यायन के लिए मैनचेस्टार विश्वाविघ्यालय चले गए | उन्हेांने 1966 मे पीएचडी प्राप्त कि और ऑस्ट्रोलिया चले गए | उन्होंने 1966 मे पीएचडी प्राप्त कि और ऑस्ट्रेलियाई राष्ट्रीय विश्वाविघ्यालय मे डॅाक्टरेट कि पढाई पूरी कि थी | 1971 मे भारत लौटने पर, वह कार्बनिक रसायन विज्ञान विभाग मे संकाय के एक सदस्या के रुप मे भारत विज्ञान संस्थान मे शामिल हो गए थे | कार्य : जी. एस. आर सुब्बा राव एक भारतीय प्राकृतिक उत्पाद रसायनतज्ञ है | और भारतीय विज्ञान संस्थान आयआयएससी मे विज्ञान विभाग के पूर्व अध्याक्ष है | वह सुगन्धित यौगिको की बर्च कटौती के माध्याम से प्राप्त हिहाइड्रोमाओमेटिक्सा पर अपने शोधेा के लिए जाना जाता है | उन्होंने अपना शोध समूह स्थापित किया और विज्ञान संकाय के डिन के रुप मे कार्य किया था | वह विभाग कि कुर्सी नोवोसिंथ रिसर्च लैब्स निदेशक के रुप मे भी काम करते है | और बाल अनूसंधान फाउंडेशन दो संस्थाए जो वैज्ञानिक अनूसंध्ंान मे शामिल है | उनके योगदान को स्टैरॉयड और पॉली केटाइड के संश्लेषण के साथ साथ धातू मे कमी के यंत्रवत पहलूओं के अध्यायन के रुप मे बताया गया है | उनके काम को सहकर्मी समिक्षित प्रत्रिकाओं मे प्रकाशित 150 से अधिक लेखो के माध्याम से प्रलेखित किया गया है | उन्होंने अपने अध्यायन मे डॉकटरेट विव्दानों का मार्गदर्शन किया है | उन्हेांने कई पत्रिकाओं से अपने संपादकिया बोर्डो के सदस्या के रुप मे जुडे रहे है | 2001 से 2003 तक भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के परिषद सदस्या के रुप मे कार्य किया है | पूरस्कार और सम्मान : 1) 1982 मे सुब्बा राव को शांति स्वरुप भटनागर पूरस्कार से सम्मानित किया गया था | 2) उन्हे 1992 मे भारत के विश्वाविदयालय अनूदान आयोग का सर सी वी रमन पूरस्कार और टीआर शेषाद्री मिला था | 3) 1997 मे भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी आयएनएसए के 70 वे जनमदिवस स्मरणोत्सव पदक से सम्मानित 4) 2003 मे आयएनएसए ने उनहे वरिष्ठ वैज्ञानिक पूरस्कार से सम्मानित किया था | 5) 2004 मे स्वर्ण जयंती स्मारक पदक से सम्मानित| 6) 1998 मे इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ साइंस के विज्ञान मे उत्कृष्टता के लिए पूर्व छात्र पूरस्कार से सम्मानित| 7) वह भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी और भारतीय विज्ञान अकादमी के एक निर्वाचित साथी है | 8) राष्ट्रीय रसायनिक प्रयोगशला के प्रोफेसर वैकटरमन मेमोरियल लेक्चर अवार्ड से सम्मानित | पुस्तके : 1) 2- प्यूपुकियनोन का एक नया कुल संश्लेषण 1997| 2) साइक्लोटेक्सेथ्डएन्स पर आधारित संश्लेषण 1998| 3) मोरोलिन पर सिंथेटिक अध्यायन 2001| 4) पॉलिविहनेक्स के लिए एरोमेटिक्सा : ट्राईसाइको के निर्माण के लिए एक सामान्या तरीका 1999| ( 12 ) 0 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 0