सीयद ई. हसनैन की जीवनी - Biography of Siyad E. hasanain in hindi jivani Published By : Jivani.org नाम : सीयद ई. हसनैन जनम तिथी : 13 अप्रैल 1954 ठिकाण : गया, बिहार, भारत व्यावसाय : प्रोफेसर प्रारंभिक जीवनी : सीयद एहतेशाम हसनैन भारतीय प्रौघोगिकी संस्थान दिल्ली मे एक शैक्षणिक विज्ञान निति सलाहकार और दिल्ली मे स्थित संस्थान के बिल्डर के जीव विज्ञान के प्रतिष्ठित प्रोफेसर है | वह हैदराबाद विश्वाविघ्यालय के कुलपति थे | सीयद ई हसनैन का जनम 13 अप्रैल 1954 केा भारत के बिहार राजया मे गया मे हुआ था | सीयद ने सन 1975 मे मगध विश्वाविघ्यालय से बीएससी ऑनर्स मे स्त्रातक किया है | 1977 मे उन्होने एमएससी कि उपाधि भी उसी विश्वविघ्यालय से प्राप्ता कि है | उसके बाद उन्होने सन 1978 मे जवाहरलाल नेहरु यूनिवर्सिटी दिल्ली से एम फिल और 1980 मे पीएचडी कि उपाधि प्राप्ता कि है | सीयद ने सन 1981 से 1987 मे यूनिवर्सिटी ऑफ अर्ल्ब्टा और टेक्सास एएंडएम यूएसए से अपनी पोस्ट डॉक्टरल ट्रेनिंग पूरी कि है | कार्य : सोयद ने सन 1982 से 1983 तक दिल्ली विश्वाविघ्यालय मे बॉटनी विभाग के व्याख्याता के रुप मे काम किया है | उसके बाद उन्होंने सन 1987 से 2001 तक नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ इम्यूनोलॉजी मे एक स्टाफ साइंटिस्टा के रुप मे कार्य किया है | सीयद सन 2005 से 2011 तक हैदराबाद विश्वविघ्यालय के कुलपति रहे है | उन्होंने जामिया हमदर्द के कुलपति के रुप मे भी कार्यभार संभाला है | कुलपति के रुप के रुप मे प्रो हसनैन ने अपने कार्यकाल के दौरान यूओएच को भारत के एक प्रीमीयर विश्वविघ्यालय के रुप मे मजबूती से स्थापित किया था | सीयद लैब संक्रमण जीवविज्ञान संक्रामक जीवों क आणविक रोजनन पर काम करते है | उन्होंने Baculorirus किट सेल सिस्टाम मे ट्रांसक्रिप्शनल विनियमन और विषम जीन कि उच्चा स्तारीय अभिव्याक्ति कि हमारी समझ मे व्यापक रुप से योगदान दिया है | हसनैन जैव प्रौघोगिकी सलाहकार समिती के अध्याक्ष और बायोटिक संबंधित मूददों पर आंधप्रदेश के मूख्यामंत्री के सलाहकार है | इतना ही नही बल्की वह झाारखंड सरकार, गुजरात सरकार, और केरल सरकार कि जैव औधोगिकी सलाहकार समितीयों के सदस्या भी है | वह जर्मन विज्ञन अकादमी लियोपोल्डिना के सदस्या है | सियद Jncasr बैंगलोर औ Isogem कें संस्थापक साथी और सलाहकार भी है | वर्तमान मे सियद सन 2011 से आयआयटी दिल्ली मे जीव विज्ञान के प्रतिष्ठित प्रोफेसर है | उपलब्धि : 1) प्रो सियद को सन 2014 मे जर्मनी के संधीय गणरा्जया के ऑर्डर ऑफ मेरिट प्राप्त हुए है | 2) उन्हे जी डी बिरला पूरस्कार भी प्राप्ता हुआ है | 3) प्रो सिक्षद को ओम प्रसाद भसीन पूरस्कार भी प्रदान किया गया है | 4) सन 1995 मे उन्हें भारत सरकारव्दारा शांती स्वरुप भटनागर पूरस्कार भी प्राप्ता हुआ है | 5) 1997 मे स्वर्ण जयंती जैव प्रौघोगिकी फैलोशिप मिली है | 6) 1995 मे उन्हे उत्कृष्ठ वैज्ञानिक उपलब्धि के लिए एनआईआई अवार्ड मिला है | 7) सन 2006 मे प्रो सियद केा भारत सरकारव्दारा पघश्री पूरस्कार से सम्मानित किया गया है | 8) 2008 मे उन्हे हम्बोल्ट रिसर्च अवार्ड प्राप्ता हुआ है | ग्रंथ/पूस्तक : 1) 11 डिसेंबर 2019 मे प्रकाशित मायकोबॅक्टेरियम टूबरकुलोसि मोलेकुलार इनकेक्शन बायलॉजी पॅथॉलॉजिनीसि डायग्नोस्टीक्सा एंड न्यू इंटरनेशन्सा| 2) 31 ऑक्टोबर 1986 बायोटेक्नोलॉजी एंड रिनीव्हेबल एनर्जी | ( 20 ) 0 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 0