गुंउू हिरीसवे रामा राव की जीवनी - Biography of Gunu Hiriswe Rama Rao in hindi jivani Published By : Jivani.org नाम : गुंउू हिरीसवे रामा राव जन्म तिथी : 23 अगस्ता 1937 ठिकाण: टूमकूर, कर्नाटक व्यावसाय : वैज्ञानिक प्रारंभिक जीवनी : गुंडू का जन्म 23 अगस्ता 1937 को कर्नाटक के टूमकूर मे हुआ था | उनके पिता कि और से उनके पूर्वज हिरीसेव हसन जिा से थे उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा हिंदू गुरुकूल से कि थी | उन्हेांने अपनी मिडिल स्कूल का शिक्षा गवर्नमेंट वस्टर्न मिडिल स्कूल और डिस्ट्रिक्ट कोर्टस के पास ओल्उ मिडिल स्कूल के कि थी | उन्हेांने 1953 मे गवर्नमेंट हाई स्कूल से स्त्रातक की उपाधि प्रात्प कि थी | उन्हेांनने फर्स्ट ग्रेड कॉलेज मे अध्यायन किया था | 1975 मे रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान और जूलॉजी के साथ बीएससी कि डिग्री प्रापता कि थी | कार्य : गुडू राव एक वैज्ञानिक उघमी और मिनेसोटा विश्वाविघ्यालय के आकादमिक स्वास्था केंद्र मे एक कार्यकाल प्रातपा प्रोफेसर है | उन्हेांने उत्तार मे कश्मीर से लेकर दक्षिण मे त्रिवेंद्रम तक चिकित्सा संस्थानों का दौरा किया था | उन्हेांने 1990: 93 मे दौरान एक संयूक्त रार्ष्ट्रा विकास कार्यक्रम यूएनडीपी के तहत भारत सरकार के लिए एक प्रोफेसर और वरिष्ठा सलाहकार के रुप मे दौरा किया था | वह साऊथ एशियन सोसायटी आइटी समर्थित वेब आधारित स्वास्था प्रबंधिन कंपनी के संस्थापक है | वर्तमान मे वह मैरीलैंड मे अपनी पत्नी दो बच्चों और तीन पोते पोतियों के साथ रहते है | और अपना आधा समय भारत मे बिताते है | जिससे स्वास्था देखभाल मे सूधार से जुडी सहयोगी परियोजनाएँ विकसित हो रही है | उनहोंने लगभग दो वर्षो तक बैंगलोर के कॉमनवेल्थ इंस्टीटयूट ऑफ बायोलॉजिकल कंट्रोल मे काम किया था | अस समय के दौरान उन्हेांने डलहौजी हिमाचल प्रदेश मे 8 महिने बिताएा औरसंयूक्त राजाय अमेरिका मे निर्यात के लिए भिंडी भूंगो का संग्रह किया था | उन्हेांने कुछ महिनों ते हिल स्टैशन कुन्नूर मे चाय के किटों पर काम किया था | इस संस्थान से इस्तीफा देने के बाद, उन्हेांने खाघ पदार्थो को संक्रमित करने वाले किटों नियंत्रण से सबंधिती समस्याओं पर पांच साल के लिए केंद्रीय खाघ प्रौघोगिकी अनूसंधान संस्थान, मैसूर मे काम किया था | उन्हेांने कंसास स्टैट यूनिविर्सटिी मे एग्रीकल्चर एंटोमोलॉजी मे पीएचउी कि पढाई कि थी | और ग्रेन साइंस टेक्नोलॉजी मे विशेषज्ञता हासिल कि थी | उनहेांने अलगाव और लक्षण वर्णन कवक विषातक्ता पदार्थो 10,10 पर काम किया था | उन्हेांने 1971 मे फमार्मोकोलॉजी विभाग मे प्रो मैिरियन एंड्रयूज के साथ जुडकर ड्रग मेटाब्रॉलिजमएंजाइमेट पर काम किया था | पूरस्कार और सम्मान : 1) लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित| 2) फेलो, रॉयल एन्टोमोलॉजिकल सेासायटी,लंदन| 3) फैलो, इंडीयन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी भारत| 4) प्रतिष्ठित कैरियर पूरस्कार इंटरनेशनल यूनियन ऑफ एजियोलॉजी फ्रांस| 5) प्रतिष्ठित कैरियर पूरस्कार, विश्वा नैदानिक कर्डियोलॉजी सम्मेलन 2009| 6) पॉल हैरिस फेलो यूएसए| पूस्तके : 1) हैंडबूक ऑफ प्लेटलेट फिजियोलॉजी एंड फार्मोकोलॉजी क्लूवर एकेडमिक पब्लिशर्स 1999| 2) दक्षिण एशियाई मे कोरोननरी धमनी रोग: महामारी विज्ञान, जोखिम कारक 2001| 3) मुधू मेह मेलेटस 2007| 4) क्लिनिनकल हैंडबूक ऑफ मैनेजमेंट ऑफ एंटीथ्रॉमोटिक एंड थ्रोम्बोलाइटिक थैरेपी| ( 12 ) 0 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 0