देवकी जैन की जीवनी - Biography of Devaki Jain in hindi jivani Published By : Jivani.org नाम : देवकी जैन जन्म दि : 1933 ठिकाण : मैसूर, कर्नाटक पति : लक्ष्मीचंद जैन व्यावसाय : अर्थशास्त्री, लेखक प्रारंभिक जीवनी : देवकि जैन का जन्म 1933 केा कर्नाटक राजय के मैसूर जिले मे हुआ था | जैन ने भारत के विभिन्ना कॉन्वेंट स्कूलों मे अध्यायन किया था | और संट एनीज कॉलेज ऑक्साफोर्ड मे पढाई कि थी | फिलॉसफी, राजनिति और अर्थशास्त्र मे एक डिग्री के साथ ऑक्सफोर्ड से स्त्रातक होने के बाद उन्होंनने 1969 तक दिल्ली विश्वाविघ्यालय मे अर्थशास्त्र पडाया था | उन्हेांने गांधावादी अर्थाशास्त्री लक्ष्मी चंद जैन से शादी कि थी | उनके दो बच्चे है | सिमे एनडीटीव्ही रिपोर्टर श्रीनिवासन जैन भी शामिल है | कार्य : देवकि जैन एक भारतीय अर्थशास्त्री और लेखक है | जिनहोंने मूख्या रुप से नारीवादी अर्थशास्त्रके क्षेत्र मे काम किया है | अपनी पुस्तक , वीमेन इन इंडिया पर काम करने के माध्याम से, उन्हेांने खूद को नरीवादी मुद्रदों मे शामिल किया था | उन्होंने लेखन, व्याख्यान, नेटवर्किंग भवन निर्माण अग्रणी और महिलाओं के समर्थन मे सक्रीय भाग लिया था | जैन नई दिल्ली मे इंस्टीटयूट ऑफ सोशल स्टडीज ट्रस्टा आयएसएसटी के संस्थापक थै | और 1994 तक निदेशक के रुप मे कार्य किया था | उनहेांने महिलाओं के रोजगार के क्षेत्र मे भी काम किया है | भारतीय अंतर्राष्ट्रीय महिला वर्ष नामक पुस्तक का संपादन किया है | गांधी के दर्शन ने जैन के कार्य और जीवन को प्रभावीत किया है | उनके अकादमिक शोध मे इव्हिरी लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण लोागेां केंद्रित विकास और महिलाओं के अधिकारों के मुद्रदो पर घ्यान केंद्रीत किया गया है | उन्हेांने स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतराराष्ट्रीय महिला आंदोलनों के लिए काम किया है | वह वर्तमान मे बैंगलोर भारत मे रहती है | जैन ने कई नेटवर्क और मंचो मे एक भागीदारी के रुप मे बडे पैमाने पर यात्रा कि है | एशिया प्रशांत मे संयुक्ता राष्ट्र केंद्र के लिए लिंग पर सलाहकार समिती कि अध्याक्षा के रुप मे उसने अधिकांश प्रशांत और करे बियाई व्दिप सहित कई देशो का दौरा किया है | जयूलियस न्येरे के साथ, उसे अफ्रीका नेताओं के विचारों और चिंताओ के साथ मिलने और चर्चा करने का विशेषाधिकार था | वह NYERERE व्दारा स्थापित पूर्ववर्ती दक्षिण आयोग का सदस्या भी है | पुरस्कार और सम्मान : 1) जैन को डरबन वेस्टविले विश्वाविघ्यालय दक्षिण अफ्रीका गणराजया से मानद डॉक्टरेट 1999 से सम्मानित किया गया था | 2) उन्होंने बिजिंग वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस मे यूएनडीपी से ब्रैउफोर्ड मोस मेमोरियल अवार्ड 1995 भी प्राप्ता किया था | 3) वह इंस्टीटयूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज यूनिवर्सिटी ऑफ सक्सेस 1993 मे वजिटिंग फेलो थी | 4) हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और बोस्टान यूनिवर्सिटी 1984 दोनो से जुडी फुलब्राइट सीनियर फेलो थी | 5) वह कर्नाटक सरकार के रा्या योजना बोर्ड मे फेलो भी थी | 6) यूजीसी कि महिला अध्यायन समिती की स्थायी समिती की सदस्या और जूलियस न्येरे कि अध्याक्षता मे जब दक्षिण आयेाग कि सदस्या थी | 7) 2013: 14 मे वह अपने अल्मा मैटर सेंट एनीज कॉलेज ऑक्साफोर्ड मे प्लमर विजिटिंग फेलो थी | पूस्तके : 1) भारतीय महिलाएं 1975| 2) महिलाओं कि शक्ति कि खोज पांच भारतीय स्टडी केस 1980| 3) घर का अत्याचार महिलाओं के काम पर खोजी निबंध 1985| 4) आस्था कि बात महिलाओं धर्म और सामाजिक परिवर्तन पर सांस्कूतिक दृष्टिकोण 1986| 5) महिला राजनिति कि शब्दावली 2000| 6) महिलाओं विकास और संयुक्ता राष्ट्र कि समानता न्याय के लिए साल कि खोज 2005| 7) महिलाओं के अध्यायन परिवार से कथन ज्ञान से लाना 2003| ( 6 ) 0 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 0