एस. आय. पघावती की जीवनी - Biography of S.I. Paghavati in hindi jivani Published By : Jivani.org नाम : एस. आय. पघावती जन्म दि : 20 जून 1917 ठिकाण: म्यांमार व्यावसाय : : हदय रोग विशेषज्ञ प्रारंभिक जीवनी : एस. आय. पघावती का पूरा नाम डॉ पघावती शिवरामकृष्णा अयर है | वह एक भारतीय: हदय रोग विशेषज्ञ है | वह एक नेशनल हार्ट इंस्टीटयूट दिल्ली कि निदेशक और ऑल इंडिया हार्ड फाउंडेशन कि संस्थापक अध्याक्ष भि है | डॉ. पघावती का जन्म म्यांमार के बर्मा मे सन 20 जून 1917 को हुआ है | उनहें तीन भाई और दो बहने भी थी | उन्हेांने रंगून मेडिकल कॉलेज रंगून एमबीबीएस कि उपाधि प्रापता कि है | सन 1949 मे वह लंदन चली गई थी | वहाँ उनहेांने रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन से एफआरसीपी प्राप्ता किया है | उसके बाद उन्हेांने एडिनबर्ग के रॉयल कॉलेज ऑफ फिजिशियन से एफआरसीपीई कि उपाधि प्राप्ता कि है | उन्हे जॉन्सा हॉपकिन्सा युनिवर्सिटी एूएस के भाग बाल्टीमोर के जॉन्सा हॉपकिन्सा अस्पताल से फेलोशिपमिला है | उन्हेांने :हदय रोग विशैषज्ञ डॉ हेलेन तौसिग के साथ अध्यायन किया है | इतना ही नही बल्की उन्हेांने सन 1952 मे हार्वर्ड मेडिकल स्कूल मे डॉ पॉल डडली व्हाइट के मार्गदर्शन मे भी काडियोलॉजी का अध्यायन किया है | कार्य : पघावती ने सन 1953 मे लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज दिल्ली मे एक व्याख्याता के रुप मे काम किया है | उसके बाद उन्हेांने अपना एक काडियोलॉजी क्लिनिक खोला था | उन्हेांने मेडिकल कांडसिल ऑपफ इंडिया के साथ एक परिक्षक के रुप मे काम किया है | उन्हेांने भारत मे काडियोलॉजी मे पहली डीएम शुरु कि थी | सन 1967 मे उनहोंने मौलाना आझााद मेडिकल कॉलेज मे शामिल होके सेवा कि उनहेांने जी बी पंत अस्पताल मे काडियोलॉजी विभाग कि स्थापना किहै | वह 1978 मे कॉलेज के निदेशक के रुप मे सेवानिवृत्ता हुई थी | पघावती ने सन 1962 मे ऑल इंडिया हार्ट फाउंडेशन एआयएफएफ का गठन किया है | पघावती ने दक्षिण दिल्ली मे एआयएचएफ के तहत नेशनल हार्ट इंस्टीटयूट एनएच कि स्थापना कि है | सन 1981 मे अस्पताल खेाला गया है | उसमे तृतीयक रोगी देखभाल अनुसंधान और जनसंख्या आउटरीच आदी शामिल है | सेवानिवृत्ती के बाद पघावती वहाँ काम कर रही है | एन. एच. आय. व्दारा विश्वा स्वास्था संगठन डब्लूएचओ के साथ निवारक काडियोलॉजी मे छात्रों को वह प्रशिक्षत करने मे सहयोग करती है | डॉ. पघावती दिल्ली विश्वाविघ्यालय कि मेडिसिन और कार्डियोलॉजी कि एमेरिटस प्रोफेसर के रुप मे काार्यरित है | उपलब्धि : सम्मान/पूरस्कार : 1) सन 1992 मे डॉ पघावती को भारत सरकार व्दारा पघ विभूषण पूरस्कार से सम्मानित किया गया था | 2) सन 1966 कि वह कार्डियोलॉजी नई दिल्ली 5 वी विश्वा कांग्रेस कि अध्याक्ष्ं भी रही है | 3) डॉ. पघावती नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज कि एक चुनी हुई साथी है | 4) सन 1954 मे वह भारती कि पहिली महिला कार्डियोलॉजिस्टा थी | 5) डॉ. पघावती ने उत्तार भारत मे पहली कार्डिएक क्लिनीक और कर्डियक कैथ लैब कि स्थापना कि है | पुस्तक/ग्रंथ : 1) 9 मार्च 2018 मे प्रकाशित माच लाईफ ॲण्ड मेडिसिन | ( 20 ) 0 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 0