चित्रा जयंत नाईक की जीवनी - Biography of Chitra Jayant Naik in hindi jivani Published By : Jivani.org नाम : चित्रा जयंत नाईक जन्म तिथी : 15 जुलाई 1918 ठिकाण : पुणे, महाराष्ट्र, भारत व्यावसाय : समाजसेवक, शिक्षाविद लेखक पति : जयंत पांडूरंग नाईक मृत्यू : 24 सितंबर 2010 92 वर्षे कि आयू प्रारंभिक जीवनी : चित्रा जयंत नाइक एक भारतीय शिक्षाविदू लेखक, सामाजिक कार्यकर्ता थै | और भारतीय शिक्षा संस्थान के अध्याक्ष और भारत के योजना आयोग के विशेषज्ञ सदस्या थे | वह मानव संसाधन विकास मंत्रालय व्दारा गठित गेर : औपचारिक शिक्षा समिती कि अध्याक्षा थी | और राष्ट्रीय साक्षरता मिशन कि सदस्या थी | उनका करीयर कोल्हापूर जिले के भूडंगड मे ग्रामीण संस्थान मे शुरु हुआ था | जहाँ उन्हेांने ब्राहमणों के बीच शैक्षकि शिबिरों आयोजन किया था | महिलाओ को महिला संगठन महिला मंडल बनाने के लिए इकठ्रठा किया और चिल्ड्रन डेकेयर सेंटर बालवाप्रि और एक स्वास्था क्लनीक कि स्थापना कि थी | 1948 मे उन्होंने अपने पति और प्रसिध्दा शिक्षाविद, जयंत पांडूरंग नाइक को भारतीय शिक्षा संस्थान आयआयई मुंबई विश्वाविघ्यालय से संबध्दा एक शोध संस्थान के लिए मदद कि थी | चित्रा नाईक जयंत नाइक के प्रयोसो मे सहयोगी थि | जो पिछली 25 शताब्दीयों के 100 महत्वापूर्ण शैक्षिक विचारकों के यूनेस्को रोल ऑफ ऑनर कि एक सहभागी थी | उन्हेाने आयआयई के निदेशक के रुप मे कार्य किया था | और उनके नेतूत्वा मे संस्था ने महिलाओं के लिए होम नर्सिग प्राथमिक चिकित्सा मातृ एवं शिशू देखभाल स्वच्छता और पोषण के विषयों मे प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए थे | नाईक राष्ट्रीय बेसिक शिक्षा संस्थान, नई दिलली के निदेशक थै | और मानव संसाधन विकास मंत्रालय कि गैर औपचारकि शिक्षा समिती कि अध्याक्षता करते थे | वह भारत के योजना आयेाग कि सदस्या थी | और नौवी पंचवार्षिक योजना 1992: 2002 के लिए आयोग कि विशेषज्ञ सदस्या के रुप मे सामान्या शिक्षा सामाजिक कलयाण, अनूसूचित जाती के दायित्वों मे भाग लिया था | वह मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत वयस्क शिक्षा पर कार्य समूह कि सदस्या थी | केंद्रीय शिक्षा के विकेंद्रीकृत प्रबंधन पर सीएबीई समितिी कि एक साथी सदस्या के रुप मे कार्य किया था | मुत्यू : अपने जीवन के बाद के हिस्से मे, नाइक दिल और फेफडों कि बीमारियों से पीडित थे | उनहें दिसंबर 2010 मे अस्पताल मे भर्ती कराया गया था | उपचार उन्हे बचा नही संका और 2010 कि क्रिसमस कि पूर्व संध्या पर 92 वर्षे कि आयू मे उनकी मृत्यू हो गई | पुरस्कार और सम्मान : 1) चित्रा नाइक विश्वाविदयालय अनुदान आयोग के शैक्षिक अनुसंधान के लिए प्राणवानंद पुरस्कार से सम्मानित| 2) पुणे विश्वाविदयालय के जीवन साधना पूरस्कार के प्राप्ताकर्ता थे | 3) भारत सरकार ने उनहे 1996 मे नागरिक सम्मान पदमश्री से सम्मानित किया गया था | 4) उनहे 1999 मे पहला कर्मवीर भाऊराव पाटील समाजसेवक पुरस्कार मिला था | 5) भारतीय प्रौढ शिक्षा संघ आयएईए ने उनहे टैगोर के लिए चुना था | 6) 1992 मे साक्षरता पुरस्कार और उसी वर्षे युनेस्को ने उनहे राजा राय सिंह पूरस्कार से सम्मानित किया था | 7) राजीव गांधी अवार्ड फॉर सोशल सर्विस ओर यूनेस्को जन अयोगस कोमेनियम इंटरनेशनल अवार्ड मिला था | पूस्तके : 1) शिक्षा आसी समाज 1975| 2) भारत मे शैखिक नवाचार 1974| 3) शैक्षिक विचारक के रुपमे लोकमान्या तिलक 2004| ( 20 ) 0 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 0