अभय ठाकूरदास बंग और राणी अभय बंग की जीवनी - Biography of abhay bang and rani abhay bang in hindi jivani Published By : Jivani.org नाम : अभय ठाकूरदास बंग और राणी अभय बंग जनम : 1950 ठिकाण : महाराष्ट्रा, भारत व्यवसाय : सामाजिक कार्यकर्ता पत्नी : राणी प्रारंभिक जीवन : अभय बंग और राणी बंग भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता और शोधकर्ता है | जो भारत के महारार्ष्टा के गडचिरोली जिलें मे सामुदायिक स्वास्था के क्षेत्र मे काम कर रहे है | उन्होंने भारत के सबसे गरिब लोगों के लिए स्वास्था सेवा मे क्रांति ला दी है और एक ऐसे कार्यक्रम की देखरेख की है , जिसने दुनिया के सबसे गरिबी वाले क्षेत्रों में शिशू मृत्यू दर को काफी हद तक कम कर दिया है | विश्वा स्वास्था संगठन डब्ल्यू एच ओ और युनिसेफ ने नवजात शिशुओं के इलाज के लिए अपने दृष्टिकोन का समर्थन किया है | और इस कार्यक्रम को वर्तमान मे पूरे भारत और अफ्रीका के कुछ हिस्सेा में शुरु किया जा रहा है | बैंग्सा Search एक गैर लाभकारी संगठन की स्थापना की जो ग्रामीण स्वास्था सेवा और अनुसंधान में शामिल है | यह युगल महाराष्ट्रा भूषण पूरस्कार का विजेता है | एस एन डी टी महिला विश्वाविदयालय मुंबई ने रानी बैंग को ऑनोरिस कॉसा से सम्मानित किया है |लैंसेट ने युगल को ग्रामीण् भारत मे स्वास्था देखभाल के अग्रणी के रुप मे सम्मानित किया है | अभय और राणी बंग जॉन्सा हॉपकिंग ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ् मे अंतर्राराष्ट्रीय स्वास्था विभाग से विशिष्टा पूर्व छात्र पुरस्कार के पहले प्राप्ताकर्ता है | उन्हें जॉन्सा हॉपकिंग सोसायटी ऑफ स्कॉलर्स में भी शामिल किया गया था | बैग्सा को समुदाय आधारित स्वास्था देखभाल में उनके नेतृत्वा लिए सम्मानित किेया जाता है | अभय बंग का जन्म 1950 मे वर्धा, महाराष्ट्रा, भारत मे ठाकूरदास बंग और सुमन बंग के यहाँ हुआ था जो गांधीवादी विचारों से प्रेरित सर्वोदय आंदोलन के अनुयायी थे | संयुक्ता राजया अमेरिका जाने वाले थे | तो भारत के गावों मे जाएं ठाकूरदास ने अमेरिका जाने की अपनी योजना को रद्रद कर दिया और भारतीय गावों के अर्थशास्त्र का अध्यायन करने के लिए भारत मे ही रहे | राणी बंग पूर्व रानी चारी का जन्म चंद्रपूर मे हुआ था | वह चिकित्सा सेवा और, अपने दादा दादी की पीढी से सबंधित थी | अभय और राणी ने नागपूर विश्वाविदयालय से मेडिकल की पढाई मे स्त्रातक और स्त्रातकोत्तार की पढाई पूरी की जब अभय नागपूर मे एमबीबीएस की अंतिम परिक्षा के लिए अध्यायन कर रहे थे, तो उन्होंने गांधी के बारे मे एक घटना पढी जहां गांधी प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग के बारे मे बहुत सावधान थे | घटना को पढने के बाद अभय ने ससाधनों का सावधानी से उपयोग करने का निर्णय लिया | उसने सोचा किय उसे बिना पंखे के रहना चाहिए | उन्होंने अपनी शिक्षा के दौरान अगले पांच साल पंखे का इस्तेमाल नागपूर की गर्मी मे भी नही किेया | कार्य : भारत लौटने के बाद उन्होंने गडचिरौली मे काम करना शुरु किया | उन्होंने दिसंबर 1985 मे SEARCH की स्थापना की और गढचिरौली के आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रो मे सामुदायिक स्वास्था समस्याओं पर काम करना शुरु किया | SEARCH ने स्वास्था और विकास के लिए गडचिरौली मे समुदायों के साथ एक साझेदारी स्थापित की और जिले मे आदिवासी मित्र क्लीनीक और एक अस्पाताल बनाने मे मदद की | अभय बंग और राणी बंग महाराष्ट्रा के गढचिरौली जिेले के वनक्षेत्र मे आदिवासी समुदायों के साथ 1986 मे काम कर रहे है | उन्होंने इसा आबादी के लिए सबसे बडी स्वास्था चिंता का विषया मलेरिया पाया इसलिए नियमित चिकित्सा उपचार के अलावा उन्होंने आदिवासीयों को कीटनाशक – उपचारित मच्छरदानी के उपयोग के महत्वा के बारे मे जागरुक करने की भी मांग की | इस जोडे ने अपने संगठन SEARCH के माध्याम से गढचिरौली के ग्रामीण और आदिवासी लोगों के लिए अस्पाताल का निर्माण किया ओपीडी औरी आईपीडी देखभालक के साथ सेटअप में कई तरह की सर्जरी भी की जाती है | मुंबई के स्पाइन सेटअप मे आते है और ऑपरेशन करते है गढचिरौली मे 100 से अधिक स्पाइन सर्जरी कर चुकी है | अगस्ता 2016 मे जब राणी बंग को स्वायं सर्जरी से गुजरात था, तो वह भी शेखर भोजराज और उनकी पत्नी शिल्पा व्दारा SEARCH अस्पाताल मे संचालित की गई थी, जो मुंबई मे एक सनस्पेस्स्टि है | पूरस्कार और सम्मान : 1) पदमश्री भारतीय गणराजय मे चौथा सर्वोच्च् नागरिक पूरस्कार 2018 2) महाराष्ट्रा भूषण पूरस्कार महाराष्ट्रा सरकार का सर्वोच्च् राजकीय सम्मान 2003 3) टाइम पत्रिका द ग्लोबल हेल्था ही रोज 2005 4) मेक आर्थर फाउडेशन इंटरनेशनल अवार्ड – 2006 5) सोसायटी ॲाफ स्कॉलर्स, जॉन्स हॉपकिन्सा युनिवर्सिटी युएसए:2013 6) विश्वा स्वास्था संगठन –भारत मे सार्वजनिक स्वास्था के लिए उत्कृष्टा योगदान के लिए सार्वजनिक स्वास्था चे पियस अवार्ड डब्ल्यूएचओ इंडिया 2016 7) विज्ञान और प्रौघोगिकी भारत सरकार के आवेदन के माध्याम से महिला विकास के लिए राष्ट्रीय पूरस्कार 2007 8) सामुदायिक चिकित्सा मे उत्कृष्ट्रा अनुसंधान के लिए भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की शेषाद्री स्वर्ण पदक 1996 9) अशोक फैलो 1984 10) टाईम्स ऑफ इंडिया शोशल इम्पैक्टा अवार्ड 2015 11) जमनालाल बजाज पूरस्कार 2006 12) महिला और बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार से स्त्री शक्ति पूरस्कार 2005 13) मानवता सेवा के लिए महात्मा गांधी पूरस्कार 1994 14) गांधी रार्ष्टीय मेमोिरियल सोसायटी पूणे से बापू पूरस्कार 2009 15) मराठी मे सर्वश्रेष्ठ साहित्यीक पूस्ताक के लिए केलकर पूरस्कार 2000 16) सामाजिक न्याय के लिए रामशास्त्री प्रभू पूरस्कार 2002 17) दूरदर्शन सहयाद्री चैनल मुंबई से नवरत्न् पूरस्कार 2005 18) आइकॉनिक चेंजमेकर अवार्ड द हिंदू बिजनेस लाईन 2018 किताबे : 1) माझाा रियल्टीसेफ स्टडीयरंयरोग माजा सप्तकरी हदयरोग अभय बंग 2) गोयन गोइन राणी बंग 3) कनोसा कानोसा रानी बंग 4) महिलाओं को पहले रखना एक ग्रामीण समुदाय मे महिला और स्वास्था राणी बंग 2010 मे प्रकाशित 5) अभ्ंय बंग ने एक लेख मिटिंग द महात्मा लिखा है ( 5 ) 0 Votes have rated this Naukri. 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