करण जौहर जीवनी - Biography of Karan Johar in Hindi Jivani Published By : Jivani.org करण जौहर हिन्दी एक प्रसिद्ध भारतीय फिल्म निर्देशक, उत्पादक, चलचित्र लेखक, कॉस्ट़्यूम दिज़ाइनर, अभिनेता और टिवि होस्ट है। वह हिरू जौहर और यश जौहर के पुत्र है। वह धर्मा प्रोडक्शन्स कम्पनी के मुखिया भी है। वह भारत और विश्व के सबसे ज़्यादा कमाई करने वाले फिल्मो का उत्पादन करने के लिये प्रसिद्ध है। इनमे से चार फिल्मे, जिनमे शाहरुख खान अभिनेता के पात्र मे मौजूद है, विदेशी फिल्म उद्योग मे भारत के सबसे ज़्यादा कमाने वाले उत्पादन मे से है। इन फिल्मो कि कामयाबी के कारण, करण जोहर को भारतीय सिनेमा का पश्चिम अनुभूति मे बदलाव लाने के लिए श्रेय दिया गया है। आदित्य चोपड़ा द्वारा निर्देशित 'दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे' नामक फिल्म मे अभिनेता के पात्र मे करण जोहर ने फिल्मो मे शुरुआत किया था। उन्होंने बाद मे बेहद सफल रोमानी कॉमेडी, कुछ कुछ होता है के साथ अपने निर्देशन जीविका की शुरुआत की। इस फिल्म से उसे सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के लिये और सर्वश्रेष्ठ पटकथा के लिये फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया। उनकी दूसरी फिल्मे परिवारिक नाटक, कभी खुशी कभी ग़म (२००१) और रोमांटिक नाटक, कभी अलविदा ना कहना (२००६) थे। कभी अलविदा ना कहना (2006) व्यभिचार के विषय के साथ जुडा हुआ एक फिल्म था। दोनों ही फिल्मों ने भारत और विदेशों में प्रमुख वित्तीय सफलताए प्राप्त की। इस प्रकार जौहर ने बॉलीवुड के सबसे सफल फिल्म निर्माताओं के तालिका में खुद को स्थापित कर लिया। उनकी चौथी फिल्म माइ नेम इज़ ख़ान (२०१०) को सकारात्मक समीक्षा मिली और उस फिल्म ने दुनिया भर मे २०० करोड़ रुपये कमाए। इन सब के कारण्, वह खुद को भारतीय सिनेमा में सबसे सफल निर्देशक और निर्माता के रूप में स्थापित किया है। यही सूचना के कारण उन्होने अपनी पहली फिल्म कुछ कुछ होता है बनाई। करियर- करन जौहर ने फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' से सहायक निर्देशक के तौर पर फिल्म इंडस्ट्री में शुरूआत की जो कि हिन्दी सिनेमा की लैंडमार्क फिल्मों में से एक मानी जाती है। इस फिल्म में उन्होंने शाहरूख के दोस्त का एक छोटा सा किरदार भी निभाया था। निर्देशक के तौर पर उनकी पहली फिल्म 'कुछ कुछ होता है' ब्लाकबस्टर रही। यह फिल्म एक प्रेम त्रिकोण पर आधारित थी। फिल्म की काफी सराहना हुई और फिल्म ने कई पुरस्कार जीते। इसके बाद कभी खुशी कभी गम, कभी अलपिदा ना कहना, माय नेम इज खान। इन सभी फिल्मों में करन ने अपने अजीज दोस्त शाहरूख को ही लीड रोल में कास्ट किया। इनके बाद आई उनकी निर्माता-निर्देशक के तौर पर फिल्मों में उन्होंने नई पीढ़ी को कास्ट करना शुरू कर दिया। कई फिल्मों में वे कैमियो में भी नजर आए आ चुके हैं। पढ़ार्इ- करन ने मुंबई के ग्रीनलान्स हाई स्कूल और एचआर कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकनॉमिक्स से पढ़ाई की। उन्होंने फ्रेंच में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। टीवी पर भी छाए करन- टीवी पर करन ने 'कॉफी विद करन' नाम का शो होस्ट किया जिसमें सेलिब्रिटीज से वे बातचीत करते हैं। साक्षात्कार देने वालों में अभिनेता, निर्देशक, निर्माता और हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री के अन्य प्रतिष्ठित नाम हैं। यह शो काफी पापुलर हुआ और कई बार चर्चा का विषय बना रहा। इस शो में भी करन लगभग हर बड़े सेलिब्रिटी को बुला चुके हैं और उनसे बातें कर चुके हैं। इंडस्ट्री में लगभग सभी से अच्छे संबंध होने की वजह से उनके एक बार के बुलावे पर सभी चले आते हैं। विवादों में भी घिर चुके हैं करन- वे विवादों में तब घिर गए जब एआईबी रोस्ट नाम के यूट्यब शो में उन्होंने हिस्सा लिया और हजारों की भीड़ में उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और गालियां दीं। यह शो तो मनोरंजन के लिए ही आयोजित हुआ था लेकिन बाद में कई संगठनों ने इसका और साथ ही साथ करन का भी जमकर विरोध किया। निजी जिंदगी : फिल्म निर्देशकों की पहचान को नया आयाम देने वाले करण का निजी जीवन चर्चा का विषय रहा है। उनके निजी जीवन को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जाते रहे हैं। अपने उठने-बैठने और बोलने के तरीके के कारण वे मजाक का पात्र बनते रहे हैं, पर करण इससे आहत नहीं होते। करण के व्यक्तित्व की खासियत है कि वे खुद पर हंसने से भी नहीं हिचकते। अपने आलोचकों की वे परवाह नहीं करते क्योंकि, करण के मित्रों ने कभी उनका साथ नहीं छोड़ा है। फिल्मी दुनिया में करण के सबसे करीबी मित्र शाहरूख खान हैं। फिल्मों में ही नहीं निजी जीवन में भी शाहरूख की दोस्ती करण के लिए बेहद मायने रखती है। चालीस की उम्र के करीब पहुंच चुके करण अभी तक विवाह बंधन में नहीं बधे हैं, उन्हें इसका दु:ख भी नहीं है। करण जौहर ने अभी तक शादी नहीं की है लेकिन 07 फरवरी को surrogacy तकनीक के माध्यम से करण 2 जुड़वाँ बच्चो के पिता बने हैं, जिसमे एक लड़का जिसका नाम यश जो की उनक पिता का नाम है और लड़की का नाम रूही है जो की उनकी माँ के नाम हीरू से प्रेरित है। करण का भारतीय सिनेमा में दर्शकों के बीच अपने बिंदास व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं। वे सभी विषयों पर खुल कर अपनी राय व्यक्त करते है जिसके करण कई बार उन्हें कुछ छोटे मोटे विवादों का भी सामना करना पढता है। निष्कर्ष रूप से कहा जाये तो करण निर्माता, निर्देशक, जज, कास्टयूम डिजाइनर आदि सभी की जिम्मेदारी निभाने में सफल रहे है। ( 3 ) 1 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 5