मनीष पाण्डेय जीवनी - Biography of Manish Pandey in Hindi Jivani Published By : Jivani.org मनीष पाण्डेय भारतीय क्रिकेट खिलाडी है। उन्होंने 14 जुलाई 2015 को ज़िम्बाब्वे के खिलाफ पहला एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था और उसी दौरे पर 17 जुलाई 2015 को टी20 का पहला मैच ज़िम्बाब्वे के खिलाफ खेला था। मनीष कृष्णानंद पांडेय (जन्म 10 सितंबर 1989) एक भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं। मुख्य रूप से एक दाएं हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाज घरेलू क्रिकेट में कर्नाटक का और आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स में का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने अपने पूर्व आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए एक सलामी बल्लेबाज के रूप में खेला आईपीएल (2009) में शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने। पांडे ने भारत के लिए अपने एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण ज़िम्बाब्वे के विरुद्ध जुलाई 2015 में किया उन्होंने इसी दौरे पर 17 जुलाई 2015 को भारत के लिए ट्वेंटी -20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया जन्म 10 सितम्बर 1989 को नैनीताल जिले में हुआ था जो की उत्तराखंड में है. इनके पिताजी का नाम कृष्णानंद पाण्डेय है. Manish Pandey के पिताजी भारतीय सेना में थे. Manish Pandey बताते है की उन्होंने क्रिकेट कक्षा 3 से ही खेलना शुरू कर दिया था. Manish Pandey ने अपनी पढ़ाई नासिक में स्थित केन्द्रीय विद्यालय से पूरी की थी. उसके बाद उन्होंने अपनी आगे की पढाई जम्मू यूनिवर्सिटी से पूरी की. शुरुआती करियर मनीष पाण्डेय एक मध्यक्रम बल्लेबाज़ है. इन्होने अपने प्रदर्शन की बदोलत कई मुकाम हासिल किये है. 2008 में अंडर 19 वर्ल्डकप टीम इंडिया ने जीता था उस में मनीष पाण्डेय भी थे. इसी वर्ल्ड कप सीरीज में अच्छे प्रदर्शन की वजह से Manish Pandey लोगो की नजर में चढ़ गए और उसी की बदोलत रॉयल चैलेंजर बेंगलोर की टीम ने उन्हें आईपीएल में खरीद लिया. ये ipl manish pandey के लिए बहुत अच्छा साबित हुआ और उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया. इन्होने एक मैच में 35 गेंदों पर 48 रन बनाकर अपनी टीम को जिताया जिससे उनकी टीम ipl के फाइनल में पहुँच गयी थी. ipl में बनाये शतक ने मनीष को एक स्टार बल्लेबाज़ बना दिया था इस शतक की वजह से इन्होने खूब सुर्खिया बटोरी थी. अंतर्राष्ट्रीय कैरियर पांडे ने अपनी एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय (एकदिवसीय) करियर की शुरुआत जिम्बाब्वे के खिलाफ 14 जुलाई 2015 को की थी]उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत काफी सफल तरीके से की थी एवं केदार जाधव के साथ 144 रन की साझेदारी की थी। पांडे उस समय क्रीज पर आये जब भारत ने 4 विकेट के नुकसान पर 82 पर बनाया था एवं संघर्ष कर रहा था। उन्होंने धमाकेदार 71 रन की पारी खेली एवं अपना पहला अर्धशतक बनाया। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गयी भारतीय टीम में भी उनका चयन हुआ था। ऑस्ट्रेलिया दौरे का अंतिम मैच जो सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया था, उन्होंने 104 की पारी खेली एवं भारत को श्रृंखला के अपने आखिरी मैच जीतने में मदद की। इंडियन प्रीमियर लीग इंडियन प्रीमियर लीग में इन्होंने साल २००८ में मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलते हुए कैरियर की शुरुआत की थी। इसके बाद इन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, पुणे वॉरियर्स इंडिया और कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से खेले जबकि २०१८ इंडियन प्रीमियर लीग में इन्हें सनराइजर्स हैदराबाद ने अपनी टीम में शामिल कर दिया। रोचक प्रसंग राहुल द्रविड़ को मानते हैं अपना role model Manish Pandey भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ी राहुल द्रविड़ को अपना role model मानते हैं। हालांकि उनके खेल में राहुल द्रविड़ की अपेक्षा कहीं ज्यादा आक्रामकता दिखती है, लेकिन अपनी मजबूत बल्लेबाजी तकनीक के लिए वे राहुल सर को ही श्रेय देते हैंं। एक जगह इंटरव्यू देते हुए मनीष ने बताया कि जब मैं बहुत छोटा था, तभी से राहुल द्रविड़ मेरे आदर्श रहे हैं। मैने उन्हें कर्नाटक के लिए और टीम इंडिया के लिए खेलते देखा है। उन्होंने न सिर्फ दुनिया भर के मैदानों में रनों की झड़ी लगाई है, बल्कि मैदान में उनका व्यवहार भी उत्कृष्ट उदाहरण रहा है। और उनकी तकनीक और टेंपरामेंट तो गजब की है ही। अपने खेल में भी मैं इन चीजों को शामिल करने की कोशिश करता रहा हूं। मनीष पांडे ने 1 बॉल में बनाए 11 रन दिसंबर 2017 में श्री लंका के खिलाफ कटक में खेले गए टवेंटी-20 मैच में Manish Pandey ने 18 बॉल में 2 चौके और 2 छक्के सहित 32 रन बनाए और भारतीय टीम को 93रन से मैच जीतने में मदद की। इस मैच में श्रीलंका के नुवान प्रदीन की ओर से फेंके गए 19वें ओवर की आखिरी बॉल पर Manish Pandey ने छक्का जड़ दिया। उधर अंपायर ने इस बॉल को नोबाल करार दे दिया। इस तरह अगली बाल मनीष को फ्री हिट के रूप में मिली, जिसमें उन्होंने चौका जड़ दिया। इस तरह एक लीगल बॉल में छक्का, चौका और नो बाल के 1 रन को मिलाकर कुल 11 रन बने। ( 13 ) 12 Votes have rated this Naukri. Average Rating is 3